कोरोना की कमर तोड़ देगी जादूगर की यह ‘जादूगरी’

जयपुर. राजस्थान में बेलगाम हो चुके कोरोना की नकेल कसने के लिए राज्य सरकार सख्त कदम उठा रही है। वहीं लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए हर संभव प्रयास में जुटी है। इन दिनों कोरोना पीक पर है। अप्रेल माह में जिस रफ्तार से संक्रमण दर बढ़ी है, उससे हालात भयावह होते जा रहे हैं। वहीं, मौत के आंकड़े भी डरा रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार ने कोरोना जांच का दायरा बढ़ा दिया है। अब प्रदेश में प्रतिदिन 1 लाख सम्पल की जांच की जाएगी। सरकार का कहना है कि जितनी ज्यादा जांच होंगी, संक्रमित उतनी ही जल्दी चिन्हित हो पाएंगे। साथ ही उनसे संक्रमण फैलने से रोका जा सकेगा। इसके लिए प्रयोगशालाओं में जांच उपकरणों के साथ लैब टेक्निशियनों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।

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प्रदेश में अब तक 81 लाख से ज्यादा लोगों की हो चुकी जांच
प्रदेश में अब तक 81 लाख 11 हजार 760 लोगों की कोरोना जांचें की जा चुकी हैं। जांचों के लिए राजकीय संस्थानों पर 134 आरटीपीसीआर मशीन एवं 69 आरएनए एक्सट्रेक्टर मशीन उपलब्ध हैं। सभी सरकारी लैब में कोविड की जांच नि:शुल्क की जा रही हैं, जबकि निजी प्रयोग शालाओं में इस जांच के लिए अधिकतम 350 रुपए लिए जा रहे हैं।

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किराने की दुकान से लेकर ब्यूटी पार्लर तक लिए जाएंगे सैंपल
प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब रेंडम सैंपलिंग का कार्य किया जा रहा है। इसमें विशेष तौर पर सुपर स्प्रेडर जैसे घरेलू नौकर, किराने की दुकान, हेयर ड्रेसर, ब्यूटी पार्लर, धोबी के सैंपल लिए जा रहे हैं। वहीं, ऐसे स्थान जहां पर ज्यादा व्यक्ति कार्य करते हैं, जैसे बैंक, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व जेल सहित अन्य स्थानों पर लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं, ताकि समय रहते संदिग्ध रोगी की पहचान की जा सके।

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