मर्डर के बाद अब सुसाइड की थ्योरी पर काम कर रही पुलिस, 8 दिन बाद भी हाथ खाली

- नाबालिग छात्रा की हत्या का आरोपी बना कोटा पुलिस के लिए पहेली, अब नदी नालों में की जा रही तलाश
- न मोबाइल ले गया और ना ही एटीएम का किया इस्तेमाल, पुलिस नहीं कर सकी ट्रेस continua a leggere
TISMedia@Kota कोटा में नाबालिग छात्रा की हत्या के बाद फरार हुआ आरोपी टीचर 8 दिन बाद भी पुलिस की पकड़ से दूर है। आरोपी को ट्रेस करने में नाकाम रही कोटा पुलिस अब आत्महत्या की थ्योरी पर काम कर रही है। जिसके चलते उसे चंबल से लेकर हाड़ौती के हर जलाशय में तलाशा जा रहा है।
कोटा में नाबालिक छात्रा की हत्या की वजह तो दूर हत्यारोपी तक पुलिस की पहुंच में नहीं आ सका। 8 दिनों तक कोटा और आसपास के इलाकों में तलाशने के बाद आखिरकार अब पुलिस उसे नदी नालों में ढ़ूंढ रही है। इसके लिए बकायदा कोटा पुलिस ने नगर निगम के आयुक्त को पत्र लिखकर निगम गोताखोरों को तलाशी अभियान जारी करने के लिए कहा है। सोमवार से नगर निगम के गोताखोर चंबल नदी और केशोरायपाटन तक जाने वाली नहर में युवक की तलाश में जुटे हैं।
आत्महत्या की आशंका
कोटा पुलिस इस मामले में कई दिनों से आशंका जता रही है कि कहीं हत्यारोपी शिक्षक ने वारदात को अंजाम देने के बाद अवसाद में आकर खुद भी आत्महत्या तो नहीं कर ली। सुसाइड की इस थ्योरी को जांचने के लिए नदियों और नहरों में उसे तलाश रही है। एसपी केसर सिंह के अनुसार आरोपी तक पहुंचने के लिए जो भी प्रयास हो सकते हैं। उन सभी एंगल को ध्यान में रखकर उसकी तलाश की जा रही है। इतना ही नहीं कोटा जिले के अलावा प्रदेश में जहां भी नदियों और नालों से लाशें मिल रही हैं। उनके बारे में भी पुलिस जानकारी जुटाकर आरोपी से मिलान कर रही है। यही नहीं दूसरे राज्यों में भी पिछले 1 सप्ताह के अंदर जो लाश निकली है। उनकी पड़ताल कर रही है।
ट्रेस नहीं कर सकी पुलिस
आमतौर पर अपराधियों का सुराग लगाने के लिए पुलिस उनके मोबाइल और एटीएम ट्रांजेक्सन को ट्रेस करती है, लेकिन इस मामले में हत्यारोपी शिक्षक गौरव जैन इतना शातिर था कि वह कोटा से फरार होते समय न तो मोबाइल और न ही एटीएम साथ लेकर गया। पुलिस उसे पकड़ न सके इसलिए उसने 9 हजार रुपए कैश घर से ही चुराए। ऐसे में उसकी लोकेशन ट्रेस ही नहीं कर पा रहे। दूसरी तरफ अभी उसने अपने किसी भी रिश्तेदार को भी संपर्क नहीं किया है।