ब्लैक कमांडोज के घेरे में बख्तरबंद गाड़ी से कोटा पहुंचा गैंगस्टर शिवराज
एएसपी प्रवीण जैन और डीएसपी भगवंत सिंह हिंगड़ की निगरानी में हुई कोर्ट में पेशी
TISMedia@Kota. डकैती की साजिश के मामले में भानुप्रताप हत्याकांड के आरोपी गैंगस्टर शिवराज सिंह को गुरुवार को कोटा न्यायालय में पेश किया गया। भरतपुर पुलिस गैंगस्टर को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच कोटा लेकर पहुंची। कोटा पुलिस ने भी पहले से ही भारी सुरक्षा बंदोबस्त कर रखे थे। न्यायालय में पेशी के दौरान पुलिस जवानों के साथ कमांडो की क्यूआरटी फोर्स, डीएसबी टीम और सिविल ड्रेस में भी पुलिस की तैनाती जगह-जगह की गई। पुलिस वीडियो कैमरों के जरिए न्यायालय में आने वाले हर एक शख्स की फुटेज ले रही थी। स्पेशल कैमरे भी पुलिसकर्मियों की वर्दी के साथ चिपकाए हुए थे ताकि जो भी व्यक्ति गुजरे उसका फोटो वर्दी पर लगा कैमरा कैद कर ले। गैंगस्टर की न्यायालय में पेशी के दौरान एएसपी प्रवीण जैन और डीएसपी भगवंत सिंह हिंगड़ भी मौजूद रहे।
Read More : खुलासा : पत्नी ने प्रेमी के साथ मिल पति को उतारा मौत के घाट, दे डाली आत्महत्या की शक्ल
कोर्ट में आने वाले हर व्यक्ति की तलाशी
गैंगस्टर शिवराज सिंह को बख्तरबंद गाड़ी में कोटा कोर्ट लाया गया था। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस इतनी सतर्क थी कि बख्तरबंद गाड़ी को भी कोर्ट में प्रवेश दिया गया। पेशी होने के बाद उसे न्यायालय परिसर में ही गाड़ी में बैठाकर सेवर जेल के लिए रवाना किया गया। न्यायालय के एक गेट से ही लोगों को प्रवेश दिया गया। अन्य सभी दरवाजे बंद कर दिए गए। साथ ही जो भी व्यक्ति न्यायालय में पेशी या अन्य कार्य से जा रहा था, उसकी तलाशी भी पुलिस कार्मिक ले रहे थे।
Read More : राजस्थान में महिलाएं ही नहीं मासूम बच्चियां भी महफूज नहीं, इस्तीफा दें गहलोत
बयान के लिए लेकर आई थी पुलिस
लोक अभियोजक अख्तर खान अकेला ने बताया कि वर्ष 2013 में डकैती की साजिश के मामले में पुलिस ने शिवराज सिंह को जेल से गिरफ्तार किया था। मामले में मुकेश विजयवर्गीय भी मुलजिम है। सभी की गवाही पूरी हो गई थी, लेकिन मुलजिम के बयान बाकी थे। ऐसे में मुलजिम बयान के लिए उसे न्यायालय में पेश किया गया था।