लाखों की सम्पति का मालिक निकला घूसखोर रेलवे इंजीनियर, कोर्ट ने भेजा जेल
कोटा. कोटा रेल मंडल में अनुबंध पर लगी गाडिय़ों के बिल पास करने की एवज में 35 हजार की घूस लेते गिरफ्तार हुए सीनियर सेक्शन इंजीनियर घनश्याम शर्मा को एसीबी ने बुधवार को न्यायधीश के घर पेश किया। जहां से उसे जेल भेजने के आदेश दिए गए। घूसखोर शर्मा को कोविड जांच रिपोर्ट आने के बाद 15 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। वहीं, जांच में एसीबी को आरोपी के घर से बड़ी संख्या में एफडी और प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं।
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लाखों की सम्पति का मालिक है घूसखोर
एसीबी के एएसपी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि आरोपी घनश्याम शर्मा के घर की तलाशी के दौरान 11 लाख रुपए की एफडी के कागजात व शहर के अलग-अलग इलाकों में दो बड़े भूखंड मिले हैं। जिनकी कीमत लाखों में है। वहीं, 4 बैंक खाते भी मिले हैं। इसके अलावा आरोपी जिस मल्टी में रहता है उसमें दो फ्लैट को तोड़कर ही एक बनाया हुआ था। वहीं, गांव में एक पुश्तैनी मकान है और 50 हजार रुपए नकद मिले हैं।
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यह अधिकारी भी रडार पर
एएसपी चंद्रशील ने बताया कि मामले में बारां का एक अधिकारी और मंडल स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के नाम भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में आरोपी घनश्याम से उनके संबंध व मामले में उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। अब तक की जांच में कोटा रेल मंडल में प्रबंधन और वाणिज्य से जुड़े बड़े अधिकारी के मामले में शामिल होने की जानकारी मिली है। जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि किस स्तर पर घूसखोरी के खेल में किसी क्या भूमिका थी।
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रिश्वत का एक भी मौका नहीं छोड़ता था आरोपी
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आरोपी घनश्याम शर्मा हर वक्त घूसखोरी के मौके तलाशता था। वह ड्यूटी खत्म होने के बाद या शुरू होने से पहले लोगों से बेखौफ घूस मांगता था। घूस देने के लिए दबाव बनाता, फिर भी बात न बने तो उनके काम अटका देता। आरोपी की इस करतूत का खुलासा एसीबी के गोपनीय सत्यापन से हो चुका है।