कोटा जेल की आर्केस्ट्रा ने पुलिस लाइन में मचाई धूम, सुर-संगीत से सजी महफिल
कोटा. शहर की फिजा उस वक्त संगीत से सज गई जब कोटा सेंट्रल जेल की आर्केस्ट्रा बैंड आशाएं ने सुरों के तार छेड़े, हर कोई बंदियों की प्रस्तुति का कायल हो गया। माइक हाथ में लिए कोई गीत गुनगुना रहा था तो कोई ड्रम बजाकर वाहवाही लूट रहा था। वहीं, गिटार से निकली धुनों ने श्रोताओं को थिरकने पर मजबूर कर दिया। जोश, उत्साह व उमंग से लबरेज जेल बंदियों ने कार्यक्रम में समां बांध दिया।
…प्रयासों को मिले परवान
कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने बताया कि हर सोमवार को वे पुलिस लाइन में अधिकारी व कर्मचारियों के साथ इनफॉर्मल मुलाकात करते हैं। इसी दौरान कोटा जेल आर्केस्ट्रा बैंड की प्रस्तुति का आयोजन करवाया है। उन्होंने शहरवासियों से आग्रह किया कि बंदियों द्वारा तैयार किया गया आर्केस्ट्रा बैंड को अपने कार्यक्रमों में जगह दें। ताकि, इनके प्रयासों को परवान मिल सके। साथ ही इन्हें समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ा जा सके।
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संगीत से दे रहे पॉजिटिव संदेश
कोटा जेल अधीक्षक सुमन मालीवाल ने कहा कि जेल बंदियों ने कड़ी मेहनत कर यह आर्केस्ट्रा बैंड तैयार किया है। इनकी मेहनत और लगन दर्शाती है, कि वे अपने गुनाह की सजा काट संगीत के जरिए अपने आप को सुधाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस पुलिस ने कभी इन बंदियों को गिरफ्तार किया था, उनके खिलाफ दर्ज मुकदमे में कार्रवाई की। वहीं, पुलिस आज इनकी कला से मंत्रमुग्ध है।
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बदलाव से मिली खुशी
आर्केस्ट्रा बैंड के मास्टर मोहम्मद अकरम का कहना है कि आर्केस्ट्रा में अभी 7 लोग हैं। जेल अधीक्षक मालीवाल ने हमें सुधरने का मौका दिया, जिसकी बदौलत आज यह बैंड तैयार हो सका। अभी तक 12 लोग बैंड से जुड़े हैं लेकिन इनमें से कुछ जेल से रिहा हो गए हैं। जब भी हमें बाहर प्रस्तुति देने का मौका मिलता है तो हमारी प्रस्तुति को खूब सराहते हैं। इस बैंड में उनके साथ मोहम्मद जहीर, बबलू, अजय राय, भूरालाल, चंद्रकांत पाठक और संजय शामिल हैं।