कलक्टर के पीठ पीछे घूस लेते कानूनगो और चपरासी को एसीबी ने दबोचा
एसीबी की कार्रवाई से जिला कलक्ट्रेट ऑफिस में मचा हड़कम्प
कोटा. कोटा एसीबी ने मंगलवार को जिला कलक्ट्रेट स्थित तहसील में बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। टीम ने कानूनगो व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। आरोपी कानूनगो जमीन इंतकाल निरस्त करने की धमकी देकर परिवादी पर रिश्वत देने का दबाव बना रहा था। एसीबी कार्रवाई से जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में हड़कम्प मच गया।
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एसीबी के एएसपी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि परिवादी ने सोमवार को शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि धाकडख़ेड़ी गांव में उसके नाना की 5 बीघा पुश्तैनी जमीन है। नाना की मौत के बाद जमीन का इंतकाल खुलवाने पर उसकी मां चांदबीबी, मौसी व मामा के नाम आ गए। इसके बाद तहसील से कानूनगो योगेंद्र चौहान ने फोन करके कहा कि तुमने बिना खर्चा किए ही इंतकाल खुलवा लिया है। अगर तुम हमसे आकर नहीं मिले, तो तुम्हारा इंतकाल निरस्त कर दूसरे व्यक्ति के नाम खोल दूंगा। यदि तुम ऐसा नहीं चाहते हो तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल से मिलो। दोनों अधिकारी-कर्मचारियों ने मुझे डरा धमका कर 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। बाद में सौदा 8 हजार में तय हुआ।
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शिकायत के बाद गोपनीय सत्यापन करवाया। जिसमें कानूनो योगेंद्र चौहान व बाबूलाल ने परिवादी को जमीन इंतकाल निरस्त कर अन्य व्यक्ति के नाम इंतकाल खोलने की धमकी दी और 10 हजार की रिश्वत मांगी। इसके बाद एसीबी ने आरोपियों को दबोचने के लिए जाल बिछाया। परिवादी ने तहसील कार्यालय में बाबूलाल को घूस की रकम 8 हजार रुपए दी। परिवादी का इशारा पाते ही एसीबी ने रेड डाल आरोपी बाबूलाल को रंगे हाथ दबोच लिया। साथ ही कानूनगो योगेंद्र चौहान को भी पकड़ लिया। फिलहाल एसीबी दोनों आरोपियोंस से पूछताछ में जुटी है।