लोकसभा अध्यक्ष ने अफसरों को लिया आड़े हाथ, कहा-संसाधन नहीं तो बताएं, हैं तो मौत क्यों?
कोटा. हर जिंदगी कीमती है, आखिरी समय तक जान बचाने का प्रयास हर चिकित्सक का कर्तव्य है। व्यवस्थाओं में सुधार व बेहतर संसाधन के साथ मुक्कमल इलाज उपलब्ध कराना अस्पताल प्रशासन की जिम्मेदारी है। यह बात लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ( Lok Sabha Speaker Om Birla ) ने शुक्रवार को चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा को लेकर अपने निवास पर बुलाई बैठक में कही। उन्होंने अस्पताल अधिकारियों से कहा कि संसाधनों की कमी हो तो बताएं, उन्हें बढ़ाया जाएगा। मौत के कारणों का विश्लेषण करें। संसाधन है तो मौत क्यो?। ( JK Lone Hospital Infants Death Case ) उन्होंने अस्पताल में मॉनिटरिंग पर ज्यादा फोकस किए जाने की जरूरत बताई। बिरला ने जेकेलोन अस्पताल में 8 घंटे में 9 बच्चों की मौत पर दुख जताया। बैठक में जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़, मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना, शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ. अमृत लाल बैरवा सहित अन्य चिकित्सक मौजूद रहे। याद रहे, स्पीकर बिरला अपने संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी के दौरे पर हैं।
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अस्पताल के हालातों में सुधार की जरूरत
मीडिया से बातचीत में स्पीकर बिरला ने कहा कि नवजात व प्रसूताओं को सुरक्षित रखने के लिए संसाधन ,चिकित्सक व स्टाफ को बढ़ाएंगे। पहले भी राज्य सरकार से आग्रह किया था। केंद्र सरकार से भी आग्रह किया है। स्मार्ट सिटी के तहत 35 करोड़ का काम भी शुरू हुआ। विधायको ने अपने विधायक कोष से पैसा दिया। सीएसआर का भी पैसा आया। अस्पताल में मॉनिटरिंग सही होनी चाहिए। बिरला ने अस्पताल के हालातों में सुधार की जरूरत बताई।
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