डॉक्टर-इंजीनियर बनने यूपी से कोटा आए थे अफसरों के बेटे, बन बैठे लुटेरे

-2 नाबालिग दस्तयाब, 1 आरोपी फरार
– कोटा में कोचिंग करने आए थे दोनों छात्र
कोटा. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद शहर से इंजीनियर-डॉक्टर बनने का इरादा लिए शिक्षा नगरी पहुंचे दो लड़के पढ़ाई की जगह अपराध में दिल लगा बैठे। दो साल कोटा में रहकर कोचिंग की लेकिन मन किताबों के बदले आपराधिक गतिविधियों में लगाया। सैकड़ों कोस दूर बैठे मां-बाप इंजीनियरिंग में अपने बच्चों का भविष्य तलाश रहे थे। जबकि, वे अपराध की दुनिया में सिक्का जमाने की हसरतें पाले हुए थे। डॉन बनने की ख्वाहिश इस कदर जागी कि शहर में कैब ही लूट ली। दरअसल, आरकेपुरम इलाके में एक युवक ने दो कोचिंग छात्रों के साथ मिलकर कैब लूट की वारदात को अंजाम दिया। इन्होंने पहले फोन करके कैब बुलाई फिर हैंगिंग ब्रिज की ओर चले गए। वहां फोटो खींचने के बहाने कैब से उतरे और मौका देखकर चालक को धक्का मार कैब लेकर बूंदी की तरफ फरार हो गए।
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कैब ड्राइवर ने पुलिस कंट्रोलरूम फोन कर घटना की जानकारी दी। लूट की सूचना मिलते ही पुलिस ने नाकाबंदी करवाई। आरोपियों ने रास्ते में पुलिस की ट्रैकर को भी टक्कर मारने का प्रयास किया। हालांकि, बूंदी जिले के हिंडोली कस्बे के पास पुलिस ने कैब सहित आरोपियों को पकड़ लिया। पुलिस ने मामले में दो नाबालिग को दस्तयाब किया है। जबकि तीसरा आरोपी फरार है।
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आरकेपुरम सीआई संदीप बिश्नोई ने बताया कि अजय आहूजा नगर निवासी सुरेशकुमार शर्मा ने थाने में शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसने शुक्रवार को कैब की बुकिंग ली थी। जिसमें लड़कों ने हैंगिंग ब्रिज जाकर फोटोग्राफी करने की बात कही थी। हैंगिंग ब्रिज पहुंचकर मुझे धक्का मारा और कैब लेकर फरार हो गए।
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बिश्नोई ने बताया कि दोनों छात्र कोटा में कोचिंग करने आए थे। करीब दो साल से कोटा में ही रह रहे थे। कुछ समय पहले ही उनका परिचित कोटा आया था। परिचित ने दोनों छात्रों को साथ में लेकर कैब लूट की वारदात को अंजाम दिया। दोनों नाबालिगों को दस्तयाब किया है। फिलहाल एक आरोपी फरार है। ओला यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि लूट की वारदात में इन लड़कों में एक पुलिस अधिकारी का लड़का भी शामिल हैं, जिसे बचाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, पुलिस का कहना है कि तीसरे आरोपी के पकड़ में आने के बाद ही उसके बेकग्राउंड का पता लग सकेगा।