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जहर उगल रहीं पाकिस्तान परस्त Hyundai, KIA, Pizza Hut और KFC, भारतीयों ने किया #Boycott

पाक प्रायोजित कश्मीरी आतंक को बताया आजादी की लड़ाई, समर्थन में चलाया सोशल मीडिया कैंपेन

  • राज्यसभा में उठा मामला तो सरकार ने हुंडई को दी साफ चेतावनी मांफी मांगें या काम समेटे ये कंपनियां 
  • तीन दिन से ट्रेंड कर रहा है #BoycottHyundai #BoycottKIA और #BoycottKFC #BoycottPizzahut

TISMedia@Kota विदेशी कंपनियां भले ही भारतीय बाजार में जमकर चांदी काट रही हों लेकिन, जब भी उन्हें मौका मिलता है देश के खिलाफ जहर उगलने से बाज नहीं आतीं। ताजा मामला कोरिया की कार निर्माता कंपनी हुंडई, कीआ और खाद्य उत्पाद बेचने वाली केएफसी एवं पिज्जाहट से जुड़ा है। इन चारों कंपनियों की पाकिस्तानी इकाइयों ने 5 फरवरी को सोशल मीडिया पर पाक परस्ती दिखाते हुए कश्मीर की आजादी का मुद्दा उछाला।

हद तो तब हो गई जब उन्होंने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को आजादी की लड़ाई करार दे दिया। इसके बाद जैसे ही भारतीय नेटेजियन्स की नजर इन कंपनियों की हरकत पर पड़ी उन्होंने जवाबी हमला करते हुए इन तीनों कंपनियों का बॉयकॉट करने के लिए कैंपेन छेड़ दिया। जिसके बाद हुंडई और कीया ने अपने पाकिस्तानी सोशल मीडिया एकाउंट ही प्राइवेट कर दिए।

हालांकि देश विरोधी हरकतों के चलते चारों विदेशी कंपनियों के खिलाफ मामले ने इतना तूल पकड़ा कि न सिर्फ उन्हें माफी मांगनी पड़ी, बल्कि राज्य सभा में मामला उठने के बाद सरकार ने भी साफ तौर पर चेतावनी दे डाली कि यह प्रभावी तरीके माफी मांगे या देश से अपना काम समेटें।

दरअसल, विवाद की शुरुआत 5 फरवरी को हुंडई पाकिस्तान (Hyundai Pakistan) के एक ट्वीट से हुई। इस ट्वीट में कंपनी ने कश्मीर को लेकर था। हुंडई पाकिस्तान के अधिकारिक ट्वीटर हैंडल से पोस्ट किया गया कि “आइए हम अपने कश्मीरी भाइयों के बलिदान को याद करें और उनके समर्थन में खड़े हों, क्योंकि वे आजादी के लिए संघर्ष कर रहे हैं।” इतना ही नहीं हुंडई पाकिस्तान ने अपने ट्विटर हैंडल पर #KashmirSolidarityDay का इस्तेमाल किया है, जो ‘कश्मीर एकजुटता दिवस’ को संबोधित कर रहा है। ऐसा ही एक ट्वीट KIA, Pizzahut और KFC ने भी किया। जिसके बाद तो सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर आग ही लग गई।

हिंदुस्तानी नेटिजन्स ने किया Boycott का ऐलान 
भारत विरोधी ट्वीट की जैसे ही भारतीय नेटिजन्स को भनक लगी उन्होंने तीनों कंपनियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। तीनों ब्रांड को लेकर नेटिज़न्स रविवार दोपहर से #BoycottHyundai #BoycottKIA #BoycottPizzahut और #BoycottKFC ट्रेंड करा रहे हैं। गब्बर के नाम से मशहूर एक यूजर ने लिखा, “इन ब्रांड्स को राजनीति से दूर रहना चाहिए।”। ट्वीट को लेकर भारत की ऑटोमोबाइल कंपनी हुंडई इंडिया (Hyundai Motor India) अब सवालों के घेरे में है। रविवार (6 फरवरी 2022) दोपहर से ही ट्विटर पर हैशटैग #BoycottHyundai के साथ ट्रेंड कर रही है। श्रुति नाम की यूजर ने लिखा,”पाक के लिए आजाद कश्मीर? सच में हुंडई, तुम्हारी पोस्ट पर शर्म आती है। इस हुंडई का बहिष्कार करने का समय आ गया है। उस भिखारी देश में ही रहो और तुम भी भिखारी बन जाओ।”

 

हुंडई इंडिया सवाल कर रहे लोगों को कर रही ब्लॉक
एक यूजर ने लिखा, “कश्मीर पर स्टैंड पूछने वाले लोगों को ब्लॉक करना और यह मत भूलना कि नेटफ्लिक्स और फैबइंडिया ने भी भारतीयों की भावनाओं के साथ खेलने की कोशिश थी, उसके बाद उनका क्या हाल हुआ था।” बता दें कि सोशल मीडिया पर ‘हुंडई पाकिस्तान’ ने नेटिजन्स का आक्रोश को देखते हुए अब इस पोस्ट को ट्विटर से डिलीट कर दिया गया है। लेकिन इंस्टाग्राम पर अभी भी यह पोस्ट है। दिलचस्प यह है कि सोशल मीडिया पर जो लोग हुंडई इंडिया से सवाल कर रहे हैं, उनको कश्मीर मसले पर अपनी बात रखने के बजाय कंपनी ब्लॉक कर रही है। अप्रत्यक्ष तौर पर इसे कश्मीर पर हुंडई पाकिस्तान का ही पक्ष माना जाएगा। यही कारण है कि भारत में लोग ट्विटर पर #BoycottHyundai को ट्रेंड करवा रहे हैं।

प्रभावी रूप से क्षमा याचना करें हुंदेई मोटर्स: सरकार
सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि कश्मीर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए दक्षिण कोरियाई कार निर्माता कंपनी हुंदेई मोटर्स को प्रभावी रूप से क्षमा याचना करनी होगी। सदन में शून्य काल के दौरान शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी द्वारा यह मामला उठाये जाने पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कश्मीर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए हुंदेई मोटर्स को अनिवार्य रूप से प्रभावी क्षमा याचना करनी होगी। उन्हें कहा कि सरकार ने कंपनी को इससे अवगत करा दिया है। वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत के रूख के बारे में दक्षिण कोरियाई सरकार और हुंदेई मोटर्स को बता दिया गया है। उन्होंने कहा कि कंपनी ने इस संबंध में एक स्पष्टीकरण जारी किया है, लेकिन कंपनी को प्रभावी माफी मांगनी होगी। इससे पूर्व श्रीमती चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसी कंपनियां भारत में कारोबार करती हैं और उन्हें सुविधाएं मिलती हैं। देश विरोधी कार्रवाई में लिप्त होने पर इनके विरूद्ध कार्रवाई की जानी चाहिए।

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