भास्कर पर दबिश के विरोध में संसद ठप, विपक्ष ने बोला सरकार पर तीखा हमला
विपक्ष ने जोर-शोर से उठाया दैनिक भास्कर ग्रुप पर सरकारी दबिश का मुद्दा
TISMedia @NewDelhi दैनिक भास्कर समूह पर आयकर छापों के विरोध में गुरुवार को विपक्ष ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला। समूचे विपक्ष ने इसे अघोषित आपातकाल बता सदन के दोनों सदनों लोक सभा और राज्य सभा में जमकर हंगामा किया। कोरोना काल में हुई मौतों से लेकर पैगासस जासूस कांड और अब अखबारी समूहों की आवाज दबाने की कोशिशों ने सत्ता पक्ष को बैकफुट पर धकेल दिया। किसी भी मसले पर जवाब न दे पाने और विपक्ष के हमलावर होने के कारण गुरुवार को संसद ठप हो गई।
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विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में भास्कर ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग के छापों का विरोध किया और नारेबाजी की। इसके बाद सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। इसके बाद कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन भारी हंगामे की वजह से सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ, यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा भी उठा। इसके बाद लोकसभा को 4 बजे तक स्थगित कर दिया गया।
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चौतरफा घिरी मोदी सरकार
एक के बाद एक मुद्दे पर निरुत्तर हो रही मोदी सरकार अखबारी समूहों पर छापेमारी के बाद चारों तरफ से घिर गई। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पत्रकारों और मीडिया हाउस पर हमले को लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश करार दिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान भास्कर ने मोदी सरकार की लापरवाही को निडरता से दिखाया। बता दें कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देश के सामने सरकारी मिसमैनेजमेंट की असल तस्वीर रखने वाले दैनिक भास्कर ग्रुप के कई दफ्तरों पर गुरुवार तड़के इनकम टैक्स विभाग ने छापा मारा है। विभाग की टीमें दिल्ली, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान स्थित दफ्तरों पर पहुंची हैं और कार्रवाई जारी है।
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कांग्रेस बोली- मीडिया का गला घोंटने की कोशिश
भास्कर ग्रुप पर दबिश के बाद कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि ये देश के सच को निर्भीकता से उजागर कर रहे मीडिया समूह को दबाने की कोशिश है। उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि छापे मीडिया को डराने का प्रयास हैं।