flood in Rajasthan: चम्बल की सुरक्षा दीवार टूटकर मकान पर गिरी, केशवराय पाटन में 7 की मौत
एक ही परिवार के 7 लोग मलबे में दबे, 10 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन फिर भी नहीं बचा परिवार
- मृतकों में 8 साल की बच्ची और महिला शामिल, परिवार के बाकी सदस्य अब भी मलबे में हैं दबे
- कापरेन कस्बे में एक घर ढ़ह जाने से पहले ही हो चुकी है 8 साल की मासूम की मौत
TISMedia@Kota राजस्थान में बारिश का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। कोटा संभाग के बूंदी जिले में मकान गिरने के दो हादसों में 8-8 साल की दो मासूम बच्चियों के साथ एक महिला की मौत हो चुकी है। वहीं केशवराय पाटन कस्बे में देर रात चम्बल नदी की सुरक्षा दीवार गिरने से मकान ढ़ह गया। जिसमें 7 लोगों के पूरे परिवार के दबने से सभी की मौत हो गई। तेज बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में खासी दिक्कतें आईं।
बूंदी जिले के केशवरायपाटन में देर रात एक मकान ढह गया। जिसके चलते घर में सो रहे एक ही परिवार के 7 लोग मकान के मलबे में दब गए। हादसे की सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस और प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंचे और मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरु कर दिया।
Read More: हाड़ौती में बाढ़ के हालातः बूंदी में मकान ढ़हने से बच्ची की मौत, खोलने पड़े कोटा बैराज के दो गेट
दो की मौत
केशवराय पाटन में नावघाट के पास चम्बल के तेज बहाव से मिट्टी टीलों में कटाव हुआ तो उसे रोकने के लिए तीन साल पहले चंबल नदी के किनारे सुरक्षा दीवार बना दी गई, लेकिन बीते चार दिनों से लगातार हो रही बारिश ने इस सुरक्षा दीवार को भी कमजोर कर दिया। मंगलवार देर रात करीब ढ़ाई बजे यह सुरक्षा दीवार नाव घाट के पास बने महावीर केवट के मकान पर भरभरा कर गिर पड़ी। दीवार का बजन इतना ज्यादा था कि महावीर का पूरा मकान ही धराशाई हो गया। रात के वक्त पूरा परिवार घर में सो रहा था। मकान इतनी तेजी से गिरा कि पूरे परिवार को उठने तक का मौका नहीं मिला। हादसे के वक्त मकान में महावीर, अनिता, पूजा, दीपिका, कान्हा, तमन्ना व मीरा सो रहे थे। तमन्ना व मीरा को बाहर निकाल लिया गया है। आठ वर्षीय मासूम बच्ची तमन्ना की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि मीरा को प्रशासनिक अमला अस्पताल लेकर गया जहां उसकी मौत हो गई।
Read More: 150 करोड़ की लागत से निखरेगा कोटा-डकनिया स्टेशन का स्वरूप
पांचों लोगों के शव निकाले
पुलिस उपाधीक्षक नीतिराज सिंह ने बताया कि तेज बारिश के कारण जेसीबी का इंतजाम करने में खासी दिक्कतें आईं। सुबह पांच बजे जेसीबी मिलते ही फिर से बचाव अभियान चलाया गया, लेकिन चारों तरफ अंधेरा था और ऊपर से तेज बारिश होने के कारण बचाव एवं राहत कार्य में खासी बाधा आई। मकान के मलबे में दबे परिवार के बाकी बचे पांचों सदस्यों को नहीं बचाया जा सका। सभी के शव निकाल लिए गए हैं।
मासूम की हुई मौत
हाड़ौती संभाग में लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। कोटा में विकास कार्यों के चलते जगह-जगह खुदी पड़ी सड़कों के गड्ढों में पानी भर गया। नतीजन, ठेका फर्मों को काम में खासी बाधा हुई और उन्हें काम रोककर गड्ढों में भरा पानी निकालना पड़ रहा है। वहीं सोमवार को बूंदी जिले में कापरेन कस्बे के बालापुरा गांव में एक पक्के मकान की दीवार ढह गई। कापरेन थाना प्रभारी हरलाल मीणा ने बताया कि तड़के तीन बजे हुई घटना से घर में सो रहे पति पत्नी और दो बच्चों को बचने का मौका ही नहीं मिला और वह मकान के मलवे में दब गए। हादसे में रामेश्वर मीणा (37) व उसकी पत्नी दिलभर (35) घायल हो गए। जबकि पास में सो रही आदिशा( 8) की मौत हो गई।
लोकसभा अध्यक्ष ने शुरू की हेल्पलाइन
कोटा-बूंदी सहित सम्पूर्ण हाडोती क्षेत्र में बाढ़ के हालात पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने चिंता जताई है। लोकसभा अध्यक्ष ने राजस्थान के मुख्य सचिव से फोन पर बात कर बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने जल्द से जल्द पीड़ितों तक मदद पहुंचाने के निर्देश दिए। बिरला ने हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी केशवराय पाटन में हुए हादसे पर दुख प्रकट किया है। इसके साथ ही लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने आमजन की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। बारिश के चलते मुश्किल में फंसे लोग लोकसभा अध्यक्ष के कोटा कैंप कार्यालय में 0744-2505555, 9414037200 और नई दिल्ली स्थित निवास कार्यालय में 011-23014011, 23014022 पर संपर्क कर मदद मांग सकते हैं। बिरला ने हाडौती क्षेत्र में भारी बारिश के कारण खराब हुए हालात को चिंताजनक बताते हुए कहा कि अधिकारियों के साथ निरंतर सम्पर्क में रहते हुए हालात की समीक्षा कर रहा हूं।लोगों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी शुरू कर दिया है। जिस पर संपर्क करने वालों को सीधे मदद पहुंचाई जाएगी।