कोटा एसीबी का धमाका : शराब ठेकेदार से 10 हजार की रिश्वत लेते सीआई और कांस्टेबल को दबोचा
हर महीने 14 हजार रुपए देने के लिए शराब ठेकेदार पर बना रहे थे दबाव
TISMedia@Kota. कोटा एसीबी ने भ्रष्टाचारियों के खिलाफ जंग छेड़ दी है। तीन दिन बाद एसीबी ने फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस बार बूंदी जिले में घूसखोर देई थानाधिकारी व कांस्टेबल को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। सीआई व कांस्टेबल शराब ठेकेदार पर मासिक बंदी देने का दबाव बनाकर 14 हजार रुपए हर महीने देने के लिए परेशान कर रहे थे।
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कोटा एसीबी के एएसपी ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि परिवादी मोती लाल ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि उसकी देई थाना क्षेत्र में शराब की दो दुकानें हैं। देई थानाधिकारी नारायणराम व कांस्टेबल हरिराम उस पर लगातार मासिक बंदी देने का दबाव बना रहे थे। पैसे नहीं देने पर झूठा मुकदमा दर्ज कर ठेका बंद करवाने की धमकी देते हैं। वे एक ठेके के 7 हजार रुपए के हिसाब से दोनों ठेके के 14 हजार मासिक बंदी लेते हैं। पहले मजबूरी में रिश्वत दी थी। आए दिन दुकान पर आकर पैसों की मांग करते और गाली-गलोच कर प्रताडि़त करते।
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शिकायत के बाद एसीबी ने सत्यापन करवाया। जिसमें आरोपियों ने परिवादी से 4 हजार रुपए की रिश्वत ली। सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर ट्रैप कार्रवाई के लिए जाल बिछाया गया। गुरुवार को एसीबी की टीम ने मासिक बंदी की 10 हजार की रिश्वत लेते सिपाही हरिराम को रंगे हाथों पकड़ा। पूछताछ में हरिराम ने देई थानाधिकारी नारायण राम के लिए रिश्वत लेना बताया। एसीबी ने सिपाही की थानाधिकारी नारायण राम से फोन पर बात करवाई तो उसने रिश्वत राशि अपने पास रखने को कहा। जिस पर एसीबी टीम ने थानाधिकारी को डिटेन किया। फिलहाल कार्रवाई जारी है।