Story By Nirmal Verma
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Art and Literature
कव्वे और काला पानी… आज की कहानी
~निर्मल वर्मा मास्टर साहब पहले व्यक्ति थे, जिनसे मैं उस निर्जन, छोटे, उपेक्षित पहाड़ी कस्बे में मिला था। पहले दिन…
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Art and Literature
परिंदे… आज की कहानी
~निर्मल वर्मा अँधेरे गलियारे में चलते हुए लतिका ठिठक गयी। दीवार का सहारा लेकर उसने लैम्प की बत्ती बढ़ा दी।…
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