Story Of The Day
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Art and Literature
चली कहानीः बगुला भगत और केकड़ा
एक वन प्रदेश में एक बहुत बड़ा तालाब था। हर प्रकार के जीवों के लिए उसमें भोजन सामग्री होने के…
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चली कहानीः निन्यानवे का चक्कर, असमिया लोक-कथा
प्राचीनकाल की बात है। असम के ग्रामीण इलाके में तीरथ नाम का कुम्हार रहता था । वह जितना कमाता था,…
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चली कहानीः रंगा सियार
एक बार की बात है कि एक सियार जंगल में एक पुराने पेड़ के नीचे खड़ा था। पूरा पेड़ हवा…
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चली कहानी- एक दिन का मेहमान: निर्मल वर्मा
उसने अपना सूटकेस दरवाजे के आगे रख दिया। घंटी का बटन दबाया और प्रतीक्षा करने लगा। मकान चुप था। कोई…
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चली कहानीः अज्ञेय की कहानी- शान्ति हँसी थी
“जानकीदास, मुजरिम, तुम पर जुर्म लगाया जाता है कि तुमने तारीख 14 दिसम्बर को शाम के आठ बजे हालीवुड पार्क…
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चली कहानीः उसने कहा था- चंद्रधर शर्मा गुलेरी
बड़े-बडे़ शहरों के इक्के-गाड़ी वालों की जबान के कोड़ों से जिनकी पीठ छिल गई है और कान पक गए हैं,…
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चली कहानीः लोक-कथा दरख़्त रानी
पुराने ज़माने में किसी गाँव में एक बूढ़ा आदमी रहता था। उसकी शादी को 20 साल हो गए थे पर…
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चली कहानीः सिक्का बदल गया, पढ़िए कृष्णा सोबती की कहानी
खद्दर की चादर ओढ़े, हाथ में माला लिए शाहनी जब दरिया के किनारे पहुंची तो पौ फट रही थी। दूर-दूर…
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यह कहानी नहीं: अमृता प्रीतम
पत्थर और चूना बहुत था, लेकिन अगर थोड़ी-सी जगह पर दीवार की तरह उभरकर खड़ा हो जाता, तो घर की…
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