Kota ACB Trap: कोटा एसीबी ने PWD के XEN को 18 हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथ दबोचा
ट्रेप के डर से पर्दे के पीछे छिपा रहा घूसखोर एक्सईएन, परिवादी से खिड़की पर रखवाई घूस की रकम
TISMedia@Kota कापरेन में लगी स्ट्रीट लाइट का बिल पास करने के लिए 30 हजार रुपए की घूस मांग रहे लोक निर्माण विभाग कोटा (XEN PWD Kota) के अधिशासी अभियंता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा (ACB Kota) कोटा ने रंगे हाथ धर दबोचा। एक्सईएन को एसीबी का इतना खौफ था कि उसने घूस की रकम सीधे हाथ में लेने के बजाय खिड़की पर पर्दे के पीछे रखवाई। जिसे एसीबी ने बरादम कर लिया।
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भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा के अतरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की इलेक्ट्रीकल विंग के ए क्लास कांट्रेक्टर रमेश चंचलानी ने 25 मार्च को लिखित शिकायत दी थी कि वह पीडब्ल्यूडी कोटा मे ए क्लास ईडब्लयूएस के पंजीकृत ठेकेदार हैं। उन्होंने करोना काल के दौरान वर्ष 2020-21 मे डीजी जनरेटर के कार्य किए थे। इसके साथ ही कॉपरेन में गौरव पथ का भी काम किया था। जिसका लगभग 10 लाख रूपये का भुगतान अभी रुका हुआ है।
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बिल पास करने के लिए मांगी घूस
ठेकेदार ने एसीबी को लिखित शिकायत दी कि डीजी जनरेटर सेट और गौरव पथ का फाइनल बिल पास करने के साथ ही उनकी और उनके बेटे की फर्म की एसीआर रिपोर्ट सही बनाने के लिए एक्सईन पीडब्ल्यूडी इलेक्ट्रीकल अवध बिहारी मकवाना तीस हजार रूपये की घूस मांग रहे हैं। एएसपी एसीबी ठाकुर चंद्रशील ने बताया कि परिवादी की शिकायत पर 25 मार्च को ही रिश्वत मांग का गोपनीय सत्यापन करवाया गया। जिसमें मकवाना ने परिवादी से न सिर्फ 30 हजार की घूस मांगी बल्कि, 15 हजार रुपए की पहली किस्त भी ले ली। इतना ही नहीं बाकी रकम का जल्द से जल्द इंतजाम करने को कहा।
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रंगे हाथ दबोचा घूसखोर इंजीनियर
घूसखोरी की शिकायत का सत्यापन होने के बाद एसीबी ने बुधवार को एक्सईएन को रंगे हाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया। परिवादी को घूस की दूसरी किस्त के 18 हजार रुपए देने के लिए मकवाना के पास भेजा। मकवाना इतना शातिर निकला कि घूस की रकम हाथ में लेने के बजाय अपने ऑफिस की खिड़की में परदे के पीछे रखवा लिए। परिवादी जैसे ही मकवाना के दफ्तर से बाहर निकला पहले से ही मुस्तैद कोटा एसीबी की टीम ने उसे धर दबोचा। एसीबी ने कार्यालय कक्ष में खिडकी पर लगे परदे के पीछे रखी घूस की रकम को बरामद कर लिया।
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इस टीम ने की कार्यवाही
सार्वजनिक निर्माण विभाग कोटा की इलेक्ट्रीकल डिवीजन के घूसखोर अधिशाषी अभियंता अवध बिहारी मकवाना को घूस लेते हुए रंगे हाथ दबोचने वालों में एसीबी कोटा के पुलिस निरीक्षक अजीत बगडोलिया, दिलीप सिंह, भरत सिंह, नरेन्द्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, मुकेश कुमार, योगेन्द, हेमन्त सिह और बृजराज सिंह आदि मौजूद थे।
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