मुबारक हो कोटाः मुकुंदरा में फिर दहाड़ेंगे बाघ, लोकसभा अध्यक्ष ने हाड़ौती को दी बड़ी सौगात

ओम बिरला ने उठाया था मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व को आबाद करने का बीड़ा 

  • केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री की मौजूदगी में अहम फैसला, अप्रैल के आखिर तक शुरू होगी जंगल सफारी  viagra generico preço
TISMedia@NewDelhi  मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व (MHTR) में जल्द ही बाघों की दहाड़ सुनाई पड़ेगी। अफसरों की लापरवाही से तबाह हो चुका टाइगर रिजर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की कोशिशों के बाद एक बार फिर आबाद होगा। अप्रैल का महीना एमएचटीआर के लिए बेहद खास होगा। इस महीने न सिर्फ टाइगर रिजर्व में बाघ लाए जाएंगे, बल्कि जंगल सफारी भी शुरू होगी।
राजस्थान में पर्यटन के जरिए रोजगार के अवसरों में इजाफा करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष शुरू से ही कोशिशों में जुटे हैं। परंपरागत पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही उनका पूरा फोकस वाइल्ड लाइफ सेक्टर में भी राजस्थान को अव्वल बनाने का है। इसी को केंद्र में रखकर लोकसभा अध्यक्ष लगातार राजस्थान की वन्य जीव संपदा को बढ़ाने और उसके जरिए वाइल्ड लाइफ टूरिज्म सेक्टर को बढ़ावा देने की कोशिशों में जुटे हुए हैं।
कोटा को मिलेगा ऐतिहासिक तोहफा 
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मंगलवार को केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव की मौजूदगी में केंद्र एवं राज्य के अधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की। बैठक में उन्होंने मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व की अनदेखी पर नाराजगी जाहिर की। बाघों की अनायास मौत और उसके बाद दोबारा उनको न बसाने पर भी बिरला खासे चिंतित नजर आए। उन्होंने देश के इकलौते बाघ विहीन टाइगर रिजर्व को जल्द से जल्द आबाद करने और पर्यटकों के लिए उसके दरवाजे खोलने के निर्देश दिए। बैठक में तय हुआ हुआ कि अप्रैल महीने की शुरुआत में मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघ छोड़ दिए जाएंगे। इतना ही नहीं टाइगर रिजर्व की सारी खामियों को दूर कर अप्रैल के आखिर तक जंगल सफारी भी शुरू करने की पूरी कोशिश की जाएगी।
गांवों को होगा विस्थापन 
मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बसे गिरधरपुरा और दामोदरपुरा गांव के विस्थापन पर भी लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गंभीरता दिखाई। जिसके बाद इन दोनों प्रमुख गांवों के विस्थापन के लिए जल्द से जल्द केंद्र सरकार की ओर से राशि जारी कर विस्थापन का काम युद्ध स्तर पर पूरा कर लिया जाएगा। इसके साथ ही अप्रैल में ही बूंदी के रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व का नोटिफिकेशन भी जारी हो सकता है। कुंभलगढ़ टाइगर रिजर्व को साकार करने के लिए एनटीसीए की आपत्तियां दूर करने पर राज्य के अधिकारी तेजी से काम करेंगे।
ईको सेंसिटिव जोन का मुद्दा भी उठा 
लोकसभा अध्यक्ष की बैठक में मौजूद सांसद ओम प्रकाश माथुर और दिव्या कुमारी ने कुंभलगढ़ के ईको सेंसिटिव जोन की सीमा का मामला उठाया। इस बारे में राज्य के अधिकारियों को पुनः केंद्र को पत्र लिखने को कहा है। इसके अलावा सरिस्का में लगी आग पर भी जल्द काबू पाने के निर्देश दिए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!