ना-पाकः खाने को दाने नहीं पर चाहिए कश्मीर…!

भारत के खिलाफ पाक ने शुरू किया नया प्रोपेगेंडा

नई दिल्ली। घर में खाने को दाने नहीं हैं, लेकिन उन्हें चाहिए कश्मीर! जी हां, हम बात कर रहे हैं अपने नापाक पड़ोसी पाकिस्तान की। जो भारत के खिलाफ हर वक्त कोई न कोई साजिश रचता रहता है। पाकिस्तान सरकार की नई करतूत का खुलासा हुआ है। जिसमें वह सोशल मीडिया को भारी भरकम रकम देकर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा चलाने की कोशिश में जुटा है।

भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान इस वक्त पाई-पाई को मोहताज है। आईएमएफ से आर्थिक मदद के लिए गिड़गिड़ा रहा है और हर शर्त मानने को तैयार है। इतनी बुरी गत के बाद भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स हैं कि पाकिस्तान रविवार यानि 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस (KASHMIR SOLIDARITY DAY) मनाने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए शहबाज सरकार तमाम फंड्स को सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार के लिए दावं पर लगा रहा है। पाकिस्तान सोशल मीडिया के सहारे एक बार फिर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैला रहा है और कश्मीर पर दुष्प्रचार प्रसारित कर रहा है।

मोटा फंड कर रहा खर्च 
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्ट्स हैं कि पाकिस्तान 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस की तैयारी कर रहा है। इन तैयारियों का असर सोशल मीडिया पर भी देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कश्मीर को लेकर भारत के खिलाफ प्रोपेगेंडा फैलाया जा रहा है। इस वक्त पाकिस्तान की हालत बेहद खराब है। पेट्रोल पंपों में तेल की कमी है, राशन खरीदने को लोगों के पास पैसा नहीं है, पाकिस्तानी रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 270 पार कर गया। इन हकीकतों के बावजूद पाकिस्तान की शहबाज सरकार का ध्यान भारत के खिलाफ साजिश रचने पर है। यही वजह है कि वो बड़ी मात्रा में फंड को दुष्प्रचार में प्रयोग कर रहा है।

POK में विरोध, मनाया धोखा दिवस 
भारत में मासूम कश्मीरियों की जान लेने वाले आतंकियों का समर्थन करने वाले पाकिस्तान को उसके कब्जे वाले कश्मीर (POK) ने ही आईना दिखा दिया है। POK के लोगों ने पाकिस्तान की तरफ से 5 फरवरी को कश्मीर एकता दिवस मनाए जाने को ढोंग बताते हुए ‘फ्रॉड-डे’ मनाकर इसका विरोध किया है। POK के बाघ, मोंग और हजीरा आदि दर्जनों जगह पर पाकिस्तान के विरोध में रैलियां निकाली गई हैं। रैलियों में लोगों ने इस्लामाबाद पर कश्मीर को लेकर डबल स्टेंडर्ड अपनाने के आरोप लगाए हैं।

श्रीनगर को पाकिस्तानी राजधानी से बेहतर बताया
पाकिस्तानी कब्जे वाले कश्मीर के युवा राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने रैलियों में पाकिस्तानी हुकूमत के खिलाफ भाषण दिए। इस दौरान उन्होंने श्रीनगर और इस्लामाबाद के इंफ्रास्ट्रक्चर की तुलना की। उन्होंने कहा, श्रीनगर में पाकिस्तान की राजधानी से भी ज्यादा अच्छी सुविधाएं हैं। ऐसे में पाकिस्तानी हुकूमत किस तरह की एकजुटता की बात कर रही है? एक युवा नेता साजिद अमीन ने कहा, मैं मुजफ्फराबाद, रावलकोट और मीरपुर की तुलना श्रीनगर से नहीं करूंगा, लेकिन श्रीनगर की तुलना इस्लामाबाद के साथ की जाएगी। जिस तरह के हॉस्पिटल श्रीनगर शहर में हैं, ऐसी सुविधाएं इस्लामाबाद में भी मौजूद नहीं हैं। काश मैं कह सक सकता कि रावलपिंडी और इस्लामाबाद में ऐसी यूनिवर्सिटी होती, जिसकी तुलना श्रीनगर यूनिवर्सिटी से की जा सकती।

पाकिस्तान पर संसाधन लूटने का आरोप
साजिद अमीन ने पाकिस्तानी हुकूमत पर POK के संसाधन लूटने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, हमारे संसाधन लूटे जा रहे हैं और हमारी नदियों का रुख (पाकिस्तान द्वारा) बदला जा रहा है, जो गंभीर एनवायरमेंटल कचरे का कारण बन रहा है। दूसरे राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने भी इस्लामाबाद पर कश्मीर का यूज अपने पॉलिटिक्ल इंटरेस्ट के लिए करने का आरोप लगाया। उन्होंने पाकिस्तानी हुकूमत पर अपने लाभ के लिए एंटी-इंडिया मूवमेंट चलाने के साथ ही झूठा प्रोपेगैंडा फैलाने के भी आरोप लगाए।

कश्मीर एकजुटता दिवस
पाकिस्तान साल 1990 में कश्मीर में कश्मीरी हिन्दुओं के कत्लेआम के बाद से हर साल 5 फरवरी को कश्मीर एकजुटता दिवस मना रहा है। इस ड्रामे के जरिये वह कथित तौर पर कश्मीर की आजादी के लिए लड़ रहे आतंकियों को क्रांतिकारी बताकर कश्मीर अलगाववाद आंदोलन का समर्थन करता है। हालांकि धारा 370 और आर्टिकल 35 ए हटने के बाद से कश्मीर में हालात सुधरने लगे हैं। स्थानीय लोग भी मानने लगे हैं कि यह पाकिस्तान द्वारा फैलाया जा रहा प्रोपेगेंडा है। कश्मीर में शांति लौट रही है और बड़ी संख्या में पर्यटक घाटी की तरफ लौट रहे हैं।

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