उर्स पर पीएम मोदी का संदेश- कौमी एकता और भाईचारे की खूबसूरत मिसाल हैं ख्वाजा साहब
मोदी की ओर से नकवी ने ख्वाजा साहब की दरगाह पर पेश की चादर
TISMedia@ Ajmer . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से अजमेर स्थित ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती के 809वें सालाना उर्स के अवसर पर मंगलवार को चादर शरीफ पेश की गई। केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलात मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने ख्वाजा साहब के दरबार में हाजिर होकर चादर के साथ अकीदत के फूल पेश किए। नकवी ने कहा कि मुल्क में अमन, भाईचारे, सौहार्द और सभी की सेहत-सलामती की दुआ के साथ ख्वाजा साहब की दरगाह पर प्रधानमंत्री की चादर पेश की। उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा भेजा गया संदेश भी पढ़ कर सुनाया।
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मोदी ने अपने संदेश में कहा, उर्स के मुबारक मौके पर ख्वाजा साहब के अनुयायियों को बधाई एवं शुभकामनाएं। यह वार्षिक उत्सव कौमी एकता और भाईचारे की खूबसूरत मिसाल है। विभिन्न धर्मों, सम्प्रदायों और उनसे जुड़ी मान्यताओं और आस्थाओं का सद्भावपूर्ण सह-अस्तित्व विविधता से भरे हमारे देश की अद्भुत धरोहर है। इस धरोहर को सहेजने और मजबूत बनाने में देश के विभिन्न साधु-संतों, पीर और फकीरों का बहुमूल्य योगदान रहा है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि शांति और समरसता के उनके शाश्वत संदेश ने हमारी सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत को सदैव समृद्ध किया है। अपने सूफी विचारों से समाज में अमिट छाप छोडऩे वाले ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती हमारी महान आध्यात्मिक परंपराओं के आदर्श प्रतीक हैं। प्रेम, एकता, सेवा और सौहार्द की भावना को बढ़ावा देते “गरीब नवाज” के मूल्य और विचार मानवता को हमेशा प्रेरणा देते रहेंगें।” उन्होंने कहा, ख्वाजा मोईनुद्दीन चिश्ती के वार्षिक उर्स पर दरगाह अजमेर शरीफ पर चादर भेजते हुए मैं ख्वाजा साहब से देशवासियों के सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि की दुआ करता हूं।
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नकवी ने कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा भेजी गई, चादर का वहां मौजूद लोगों ने पूरे सम्मान के साथ स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूफी-संतों के संस्कार और सुशासन के संकल्प से भरपूर समावेशी विकास, सर्वस्पर्शी सशक्तीकरण की प्रामाणिक शख्सियत हैं। सहिष्णुता एवं सौहार्द ही भारत की संस्कृति और संस्कार है। इस ताकत को कोई भी नकारात्मक साजिश नुकसान नहीं पहुंचा सकती।