स्वायत्त शासन मंत्री ने किया चम्बल रिवर फ्रंट का निरीक्षण
- दिन-रात चलाये रखे निर्माण कार्य, बरसात से नहीं हो प्रभावित-स्वायत्त शासन मंत्री
TISMedia@कोटा. स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने रविवार को चम्बल रिवर फ्रंट के निर्माण कार्य तथा विवेकानन्द सर्किल व रेनोवेशन निर्माण कार्य का निरीक्षण कर बरसात से पहले निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप निर्माण कार्य पूरा करने के लिए लगातार कार्य को गति देने के निर्देश दिये।
स्वायत्त शासन मंत्री ने चम्बल रिवर फ्रंट के विभिन्न घाटों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया तथा कार्य को निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप समय पर करने के लिए बरसात पूर्व दिन-रात अलग-अलग पारियों में कार्य की शैली के अनुसार लगातार निर्माण कार्य जारी रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रिवरफ्रंट के घाटों को एतिहासिक रूप देने के लिए परियोजना के डिजाइन अनुरूप गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए। उन्होंने सम्पूर्ण नदी के दोनों छोरों पर बरसात पूर्व गेप को पूरा करने के निर्देश दिये जिससे नदी में पानी की आवक के समय कार्य प्रभावित नहीं हो। उन्होंने 17 जुलाई तक 245 मीटर उंचाई तक निर्माण कार्य को करने तथा 31 जुलाई तक 250 मीटर उंचाई तक कार्य को पूरा करने का लक्ष्य देते हुए श्रमिक एवं मशीनरी बढाने के निर्देश दिये। आबादी की ओर से नदी में आने वाला वर्षा का पानी में अवरोध नहीं हो इसका भी ध्यान रखा जाए जिससे आम नागरिकों को बरसात के समय परेशानी नहीं हो।
READ MORE: सिरफिरे आशिक की करतूत: किशोरी की हत्या कर फेसबुक पर लिखा मेरा प्यार हो गया अमर
स्वायत्त शासन मंत्री ने कोटा बराज की ओर बनने वाले वाहन पार्किंग स्थल के निर्माण कार्य बराज गार्डन के कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने बराज गार्डन में मिट्टी भराव के कार्य की धीमी गति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए संवेदक को फटकार लगाई तथा श्रमिकों की संख्या बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि गार्डन में चम्बल माता की मुर्ति, फव्वारा, रिवरफ्रट का व्यू पांइट बिल्डिंग का निर्माण कार्य पूरी गति के साथ किया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी पाइंटों पर निर्धारित गति के साथ कार्य किया जाए, ले-आउट प्लान, मार्किंग, ग्रिड लाइन के कार्य समयबद्ध कर कार्य की निरंतर मॉनिटरिंग करें। उन्होंने निरीक्षण के समय विभिन्न घाटों पर लगाई जाने वाली स्टोन जालियों, कलात्मक महराब एवं पत्थर की नक्कासी को भी देखा तथा गुणवत्तापूर्ण मजबूत पत्थर का चयन करने के निर्देश दिये। उन्होंने महराब निर्माण, कॉलम एवं पिचिंग कार्य को पूरी गुणवत्ता के साथ करने कि हिदायत दी। उन्होंने कहा कि रिवरफ्रंट को देखने देशी-विदेशी पर्यटक आये तों उन्हे साफ-स्वच्छ दिखाई दे इसके लिए बराज की ओर दिखाई देने वाले पत्थरों को तराश कर झरने की भांति पानी की निरंतरता बनाये रखने का प्लान जल संशोधन विभाग से चर्चा कर तैयार करें। जिससे सम्पूर्ण नदी का पानी साफ रहने के साथ पर्यटकों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगा। उन्होंने सम्पूर्ण रिवरफ्रंट के कार्य स्थल का भ्रमण कर आगामी 17 जुलाई तक पुनः कार्य की गति का निरीक्षण करने की बात कही।
जीवंत होंगी विवेकानन्द के जीवन की विशेषताऐं-
स्वायत्त शासन मंत्री ने विवेकानन्द सर्किल के सौन्दर्यकरण कार्य एवं सम्पूर्ण चौराहे के भवनों के रेनोवेशन कार्य का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि विवेकानन्द सर्किल पर उनके जीवन की विशेषताओं को पत्थरों में तराश कर उकेरा जाए जिससे पर्यटकों व आने वाली पीढियों को प्रेरणा मिल सके। सर्किल पर विवेकानन्द के शिकागों में भाषण, कन्याकुमारी ममोरियल सहिज जीवन की विशेषताओं को चारों ओर उकेरा जायेगा। उन्होंने सर्किल पर ब्रजटाकिज परिसर की दिवारों पर नक्कासी कार्य का निरीक्षण कर उसमें राजस्थानी शैली में बनाई जा रही छतरियों को भी देखा तथा ऐतिहासिक स्वरूप में तैयार करने के निर्देश दिये। ये सातों छतरियां राजस्थान की सांस्कृतिक पहचान को प्रदर्शित करती हुई पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र बनेगी।
READ MORE: मौत: नशे में धुत बेटे ने मां पर चढ़ाया ट्रैक्टर, आरोपी फरार
उन्होंने वाहनों के रेनोवेशन कार्य को गति देकर एकरूपता में दूकानों के नाम प्रदर्शित करने वाले स्ट्रक्चर भी साथ में तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्देश दिये कि सम्पूर्ण चौराहा एतिहासिक दिखाई दे इसके लिए चौराहे से नयापुरा सब्जिमंडी की ओर जोने वाले मार्ग पर भव्य गेट का निर्माण कार्य भी कराया जाए। इससे सभी मार्गो में एकरूपता आयेगी तथा पर्यटक ऐतिहासिक कोटा से रूबरू हो सकेगें। इस अवसर पर महापौर कोटा दक्षिण राजीव अग्रवाल, यूआईटी के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र त्यागी, उप महापौर पवन मीणा, उप महापौर कोटा उत्तर सोनू कुरैशी, जिला कलक्टर उज्जवल राठौड़, नगर विकास न्यास के ओएसडी आरडी मीणा, सचिव राजेश जोशी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता ओपी वर्मा, कंसलटेंट अनूप भरतरिया, स्थानीय पार्षद अनिल सुवालका सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे।