Kota में बड़ा हादसा: निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरा… 12 मजदूर दबे… कई लापता
कोटा. शहर में बुधवार रात झालावाड़ रोड स्थित सिटी मॉल के सामने बन रहे फ्लाईओवर की स्लैप कास्टिंग (दो पिल्लरों के बीच का स्ट्रेक्चर) नीचे गिर गई। हादसे के वक्त 10 से 12 मजदूर पुल पर काम कर रहे थे। जिनके लोहे के भारी भरकम स्टे्रक्चर के नीचे दबे होने की आशंका बनी हुई। वहीं, 8 लोग जख्मी हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा। इसके बाद सर्च अभियान चलाया जा रहा है। यूआईटी सचिव राजेश जोशी ने बताया कि शटरिंग से डंपर टकराने के कारण यह हादसा हुआ है। स्टे्रक्चर हटाने का कार्य चल रहा है। मलबे के नीचे कोई दबा है या नहीं, इसे लेकर कुछ साफ जानकारी नहीं है। फिलहाल, एहतियात के तौर पर प्रशासन के लोग मलबा हटाने का काम कर रहे हैं। इस पुल का काम नगर विकास न्यास करवा रहा है। हादसे के बाद न्यास के सीनियर अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
मलबे में कितने लोग दबे, स्पष्ट नहीं
घटनास्थल पर अग्निशमन दल, आपदा प्रबंधन व रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है और लोहे का भारी भरकम स्ट्रेक्चर को जेसीबी की सहायता से हटाया जा रहा है। फिलहाल मलबे के नीचे कोई श्रमिक दबा हैं या नहीं, इसे लेकर स्पष्ट जानकारी नहीं है। एहतियात के तौर पर मलबा हटाने का काम तेजी से किया जा रहा है। मौके पर बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ लगी हुई। हर किसी की निगाह स्ट्रेक्चर के नीचे कोई दबा तो नहीं, इस पर लगी है। लोग ईश्वर से जानमाल की हानि नहीं होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
जिंदगी की तलाश में जुटी एसडीआरएफ
एसडीआरएफ की टीम लगातार रेस्क्यू करने में जुटी है। जल्द से जल्द मलबा साफ करने की जद्दोजहद कर रहे हैं। ताकि, मलबे के नीचे किसी कोई दबा है या नहीं यह स्पष्ट हो सके। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों का जमावड़ा लगा हुआ है।
निर्माणाधीन कंपनी को नहीं पता कितने श्रमिक हैं कार्यरत
फ्लाईओवर के निर्माण कार्य में कितने श्रमिक कार्यरत थे। यह जानकारी न तो निर्माणाधीन कम्पनी को हैं और न ही संबंधित ठेकेदार को। ऐसे में मलबे के नीचे कितने लोग दबे होंगे इसकी सही जानकारी भी नहीं मिल पा रही। बताया जा रहा है कि यहां दो ठेकेदारों के श्रमिक काम कर रहे थे। इसमें एक ठेकेदार राधेश्याम के 10 श्रमिक थे और दूसरे ठेकेदार के श्रमिकों की संख्या स्पष्ट नहीं है। ऐसे में मलबे के नीचे लोगों के दबे होने की आशंका बनी हुई है।