काली कमाई का ‘कुबेर’ निकला कानूनगो, बैंक लॉकर ने खोले घूसखोरी के राज
करोड़ों का मालिक निकला आरोपी कानूनगो
कोटा. 8 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया कानूनगो योगेंद्र चौहान अथाह सम्पति का मालिक निकला। गुरुवार को एसीबी ने उसके बैंक लॉकर की जांच की तो काली कमाई देख एसीबी अधिकारी भी चौंक गए। लॉकर में 10 लाख रुपए का गोल्ड, 6 प्लॉट, 2 मकान और 3 दुकानों के कागजगात मिले हैं। इनकी कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है।
60 हजार तनख्वाह और करोड़ों का मालिक
एसीबी अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान में कानूनगो की तनख्वाह 60 हजार रुपए है। लेकिन, लॉकर में मिली करोड़ों की संपत्ति इसके काले कारनामे की गवाही दे रही है। इससे यह स्पष्ट हो रहा है कि घूसखोर योगेंद्र लंबे समय से लोगों को लूट रहा था। आरोपी के लॉकर से जिन 6 प्लॉट, 2 मकान और 3 दुकानों के दस्तावेज मिले हैं। उसमें से दो दुकानें शहर के पॉश इलाके शॉपिंग सेंटर में है। इनकी कीमत ही एक करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई जा रही है। वहीं, 80 फीट रोड, धाखडख़़ेड़ी, जगपुरा, धर्मपुरा में 6 प्लॉट हैं। प्रत्येक प्लॉट की कीमत 20 से 25 लाख रुपए बताई जा रही है। यानी डेढ़ से दो करोड़ के प्लॉट हैं।
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ब्याज पर भी पैसे देता है आरोपी
लॉकर में ब्याज पर पैसे देने का भी हिसाब मिला है। यह लोगों को पैसे उधार देकर भारी ब्याज वसूलता था। जांच में सामने आया कि आरोपी के पास कोई पैतृक सम्पति नहीं है। इसका मतलब साफ है, आरोपी ने नौकरी में रहते हुए रिश्वतखोरी से ही करोड़ों की सम्पति अर्जित की है। फिलहाल एसीबी जब्त रिकॉर्ड की जांच कर रही है। बुधवार को एसीबी ने आरोपी कानूनगो के बारां रोड सरस्वती कॉलोनी स्थित आवास की तलाशी ली थी। जहां 1 लाख 16 हजार रुपए नकद मिले। आरोपी से जब इस राशि के बारे में पूछताछ की तो वह जवाब नहीं दे सका। ऐसे में एसीबी ने उक्त राशि जब्त कर ली। आरोपी योगेंद्र के रिटायरमेंट में अभी 5 साल बाकी है।
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एसीबी ने गत मंगलवार को कोटा कलक्ट्रेट स्थित तहसील कार्यालय में आरोपी कानूनगो योगेंद्र चौहान व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बाबूलाल को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा था। दोनों आरोपी परिवादी से जमीन इंतकाल निरस्त कर अन्य व्यक्ति के नाम इंतकाल खोलने की धमकी देकर घूस मांग रहे थे। पूछताछ में बाबूलाल ने कानूनगो योगेंद्र चौहान के लिए रिश्वत लेना कबूला था। फिलहाल, दोनों आरोपी सेंट्रल जेल में बंद है।