जेकेलोन अस्पताल में हंगामा: अस्पताल अधीक्षक के टेबल पर पोते का शव रख दादी बोली- अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से हुई मौत

TISMedia@कोटा. बुधवार को शहर के जेकेलोन अस्पताल में एक नवजात की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। नवजात के शव को लेकर दादी कलेक्ट्रेट चली गई। यहां स्टाफ ने उन्हें वापस अस्पताल भेज दिया। वह सीधी जेकेलोन अधीक्षक के चैम्बर में चली गई, वहां बच्चे के शव को दादी ने अधीक्षक के टेबल पर रख दिया।

सूचना पर आरएसी के जवान व नयापुरा पुलिस मौके पर पहुंची और अस्पताल में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया। बाद में मामले की सूचना जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ को मिली तो उन्होंने पूरे मामले की अस्पताल अधीक्षक से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। करीब ढाई घंटे तक अस्पताल में हंगामा होता रहा। इंदिरा गांधी नगर निवासी माधुरी (28) को 8 जून को जेकेलोन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बुधवार दोपहर में नॉर्मल डिलीवरी हुई, लेकिन नवजात मृत पैदा हुआ।

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पिता की तबीयत बिगड़ी
पिता निशांत की नवजात के मृत होने की खबर मिलने पर तबीयत बिगड़ गई। वह जेकेलोन अस्पताल में ही बेहोश होकर गिर गया। पुलिसकर्मी उसे आनन-फानन में एमबीएस अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे होश आया। फिर छुट्टी दे दी गई।

परिजनों का अस्पताल प्रशासन पर आरोप
परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से बच्चे की मौत हुई है। उनका कहना है कि ऑपरेशन का कहने के बाद भी डॉक्टरों ने ऑपरेशन नहीं किया। परिजनों ने बताया कि कल रात 9 से 12 बजे उसे दर्द हो रहा था, वो तड़प रही थी। लेकिन किसी ने भी ध्यान नहीं दिया। अस्पताल की नर्सें भी नवजात के जन्म पर उससे पैसे मांग रही थी। परिजनों ने आरोप लगाया कि अस्पताल में डॉक्टर और स्टाफ सिर्फ अपने जानने पहचानने वालों का ठीक से इलाज करते है, बाकी लोगों पर ध्यान नहीं देते।

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जानकारी के मुताबिक मृत नवजात के दादा जब खबर मिलने पर अस्पताल पहुंचे तो सुरक्षा गार्डों ने उन्हे घेर लिया और बदतमीजी भी करने लगे। मृत नवजात की दादी पहले कलेक्ट्रेट गई, जहां कलेक्टर के नहीं मिलने पर दादी शव को लेकर अस्पताल पहुंची। वह अधीक्षक के टेबल पर शव को रखकर अधीक्षक से नवजात की मौत कैसे हुई इस बारे में पूछने लगी। पहले तो काफी देर तक अधीक्षक बोल नहीं पाए, फिर पूरे मामले की जांच का आश्वासन दिया और समझाइश के बाद परिजन शव लेकर अस्पताल से रवाना हुए।

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