मंत्री की बहू भी नहीं बचा पाई जेकेलोन अधीक्षक की कुर्सी, दफ्तर में टांगकर रखते थे धारीवाल की तस्वीर

– गाज गिरी: जेके लोन अस्पताल अधीक्षक दुलारा को हटाया, डॉ. मूंदडा को अधीक्षक बनाया
– शिशु रोग विभाग के प्रमुख को भी हटाया
कोटा. जेकेलोन अस्पताल में पांच दिन पहले 8 घंटे में हुई 9 बच्चों की मौत के मामले में राज्य सरकार ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। सरकार ने अस्पताल अधीक्षक डॉ. एससी दुलारा को हटा दिया है, अब उनकी जगह फोरेंसिक मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. अशोक मूंदड़ा को अधीक्षक बनाया है। डॉ. दुलारा के साथ पीडियाट्रिक एचओडी (शिशु रोग विभाग के प्रमुख) डॉ. अमृत लाल बैरवा को भी हटा दिया गया है। अब उनकी जगह डॉ. अमृता मयंगर को पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी नियुक्त किया गया है। मूंदड़ा ने प्रिंसिपल ऑफिस में अधीक्षक का पदभार ग्रहण कर लिया है।
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डॉ. मूंदड़ा ने बताया कि राज्य सरकार ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे बखूबी निभाएंगे। मेडिकल स्टाफ व चिकित्सकों के साथ बात कर बेहतर चिकित्सा व्यवस्था कायम की जाएगी। सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाएगा। वार्डों में कमियां व उपकरणों से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। साथ ही जच्चा-बच्चा को बेहतर इलाज मिले इसके प्रयास किए जाएंगे। जेकेलोन कोटा संभाग का सबसे बड़ा हॉस्पिटल है। यहां आने वाले मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा का उपलब्ध कराना ही प्राथमिकता है। मरीजों व तीमारदारों की परेशानियों को तत्काल दूर करने के प्रयास करेंगे।
गौरतलब है कि बच्चों की मौत के मामले में सरकार की तरफ से टीम कोटा पहुंची थी और जांच रिपोर्ट तैयार कर सरकार को सौंपी है। जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। इधर, डॉ. अमृता मयंगर को जेकेलोन अस्पताल में पीडियाट्रिक विभाग की एचओडी नियुक्त किया गया है।
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अब जेकेलोन में लगेगी 4डी सोनोग्राफी मशीन
राज्य सरकार ने कोटा जेकेलोन अस्पताल में गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ्य की जांच के लिए 65 लाख रुपए की लागत से 4-डी सोनोग्राफी मशीन लगाए जाने की स्वीकृति जारी कर दी है। इस मशीन के लगने से नवजात शिशुओं की जन्मजात बीमारियों के इलाज में मदद मिल सकेगी।