मोस्ट वांटेड पपला गुर्जर नाम बदलकर महाराष्ट्र में रह रहा था महिला मित्र के साथ, कोल्हापुर से किया गिरफ्तार
-पुलिस को देख पपला ने तीन मंजिला मकान से लगाई छलांग
-पपला गुर्जर के साथ महिला मित्र भी गिरफ्तार
TISMedia@Kota. राजस्थान का मोस्ट वांटेड ईनामी अपराधी पपला गुर्जर 15 महीने बाद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। डीजी एमएल लाठर ने गुरुवार शाम प्रेस वार्ता में इसका खुलासा करते हुए बताया कि पपला को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया गया है। साथ में उसकी महिला मित्र को भी हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई जयपुर रेंज आईजी हवासिंह घुमरिया के निर्देशन में की गई। बता दें, अलवर जिले के बहरोड़ थाने पर 6 सितम्बर 2019 को दो दर्जन से अधिक बदमाशों ने एके-47 से ताबड़तोड़ फायरिंग कर अपने साथी पपला गुर्जर को छुड़वा कर फरार हो गए थे। तब से ही पपला उर्फ विक्रम गुर्जर फरार चल रहा था। उसकी फरारी के बाद पांच लाख रुपए का ईनाम घोषित कर रखा था।
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पुलिस को देख तीसरी मंजिल से लगाई छलांग
पुलिस ने बताया कि पपला को महाराष्ट्र के कोल्हापुर से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने देर रात जब उस मकान की घेराबंदी की तब वह जिम कर रहा था। पुलिस की भनक लगने पर उसने भागने की कोशिश करते हुए बिल्डिंग की तीसरी मंजिल से छलांग लगा दी। जिसे घर के पीछे तैनात कमांडो ने पकड़ लिया। कूदने के कारण पपला के दोनों पैरों में चोट भी लगी है।
नाम बदलकर रह रहा था महिला मित्र के साथ
पुलिस ने बताया कि नाम बदलकर अपनी महिला मित्र के साथ रह रहा था। पपला वहां ऊदल सिंह के नाम से रहकर जिंदगी काट रहा था। उसने इस नाम का आधार कार्ड भी बनवा लिया था। पपला कोल्हापुर में अपनी एक महिला मित्र के साथ रहता था, जो जिम संचालक है। उसका नाम जिया बताया जा रहा है। महिला ने काफी समय से पपला को शरण दे रखी थी। पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार किया है। पपला की गिरफ्तारी में महाराष्ट्र पुलिस ने भी सहयोग किया।
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यूं आया पकड़ में
पुलिस के अनुसार, पपला की तलाश के लिए दो टीमों का गठन किया गया था। दोनों ही टीमों ने गत दो सप्ताह में उत्तर भारत के मथुरा, कानपुर, गाजियाबाद समेत कई शहरों में दबिश दी। इसके बाद विभिन्न गोपनीय सूत्रों से मिली खबर के आधार पर एक टीम को महाराष्ट्र भेजा गया। टीम ने एक सप्ताह से कोल्हापुर में रहकर छानबीन की। जांच करते हुए टीम उस मकान तक पहुंचने में कामयाब हुई, जहां पपला छिपा हुआ था। 26 जनवरी को पहले मकान के आसपास के वीडियो बनाकर जयपुर अधिकारियों को सूचित किया गया। इसके बाद 27 और 28 जनवरी की रात ऑपरेशन को अंजाम दिया गया।
एक घंटे में पुलिस के हत्थे चढ़ा मोस्ट वांटेड
पुलिस टीम ने पपला के कोल्हापुर स्थित मकान को घेरा। चारों तरफ पुलिस के अधिकारी और कमांडो तैनात किए गए। उस समय पपला तीसरे फ्लोर पर जिम कर रहा था, टीम ने उसे ललकारा तो उसने भागने की कोशिश की लेकिन रात दो बजे धरा गया। ऑपरेशन में एक घंटे का समय लगा। पपला को कोल्हापुर से जयपुर लाया जा रहा है। जयपुर लाने के बाद न्यायालय में पेश किया जाएगा। फिर रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। डीजीपी लाठर ने बताया कि पपला को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाएगी।
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पपला गिरोह के 35 बदमाश हो चुके गिरफ्तार
राजस्थान एसओजी/एटीएस व भिवाड़ी पुलिस अब तक पपला के गिरोह के 35 बदमाशों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें कई 50 हजार के इनामी बदमाश हैं। – पपला को 5 सितंबर 2019 की रात बहरोड़ पुलिस ने हाइवे से 32 लाख रुपए के साथ संदिग्ध गतिविधियों के चलते गिरफ्तार किया था। अगले दिन यानी 6 सितंबर को दो दर्जन बदमाशों ने एके-47 जैसे आधुनिक हथियारों से थाने पर ताबड़तोड़ हमला कर उसे छुड़ा कर ले गए थे।
पूरा थाना हुआ था लाइन हाजिर
मोस्ट वांटेड अपराधी पपला गुर्जर के पुलिस थाने से फरार होने के बाद राजस्थान पुलिस की काफी बदनामी हुई थी। इस मामले में बहरोड़ थाने के दो पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया गया था। साथ ही थानाधिकारी को निलंबित किया गया था तथा पूरे थाने को लाइन हाजिर भी किया गया था। इसके अलावा एडिशनल एसपी और डीएसपी पर भी गाज गिरी थी।
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थाने पर हुआ था नक्सलियों जैसा हमला
5 सितम्बर 2019 को हरियाणा-राजस्थान का कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर अपने साथी जसराम पटेल की हत्या का बदला लेने बहरोड़ आया था, लेकिन बहरोड़ के बदमाश विक्रम को मारने से पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस ने पपला को 31.90 लाख रुपए के साथ पकड़ा था। पुलिसकर्मियों से मिलीभगत कर पपला ने अपने गुर्गों से मोबाइल पर बात की। इसके बाद अगले दिन 6 सितम्बर की सुबह करीब 8.30 बजे पपला के गुर्गे बहरोड़ में घुसे और थाने में एके-47 व एके-56 जैसे हथियारों से गोलियां बरसा पपला को लॉकअप से निकालकर ले गए।