Story By Munshi Premchand
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Art and Literature
गुल्ली-डंडा… आज की कहानी
~मुंशी प्रेम चंद हमारे अँग्रेजी दोस्त मानें या न मानें मैं तो यही कहूँगा कि गुल्ली-डंडा सब खेलों का राजा…
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दो बैलों की कथा, कहानी हीरा मोती की: आज की कहानी
-मुंशी प्रेम चंद जानवरों में गधा सबसे ज्यादा बुद्धिमान समझा जाता है। हम जब किसी आदमी को पहले दर्जे का…
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कफ़न: आज की कहानी
-मुंशी प्रेमचंद झोपड़े के द्वार पर बाप और बेटा दोनों एक बुझे हुए अलाव के सामने चुपचाप बैठे हुए हैं…
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ईदगाह: वह कहानी, जो आज भी हमारे मन को झकझोरती है
-मुंशी प्रेमचंद रमज़ान के पूरे तीस रोज़ों के बाद ईद आई है। कितना मनोहर, कितना सुहावना प्रभाव है। वृक्षों पर…
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