भाजपा के जूते के बराबर भी नहीं है कांग्रेसः सतीश पूनिया का विवादित बयान

TISMedia@Kota भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कोटा में बेहद विवादित बयान दिया। कांग्रेस विधायकों के कैंप पर तल्ख प्रतिक्रिया करते हुए पूनिया ने न सिर्फ कांग्रेस को नकलचियों की पार्टी करार दे डाला, बल्कि यहां तक कह गए कि कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी नहीं है। पूनिया के बयान के बाद कोटा से लेकर जयपुर तक सियासी बवाल मच गया है।

कांग्रेस जूते के बराबर भी नहीं
राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र से पहले भाजपा विधायकों के चिंतन शिविर की तर्ज पर कांग्रेस के विधायकों का जयपुर के होटल में कैंप कराए जाने के सवाल पर भाजपा राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया शब्दों की सीमा ही भूल गए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस भाजपा की नकल करती है। कांग्रेसी कट, कॉपी और पेस्ट  करने के चक्कर में भूल जाते हैं कि इसके लिए भी अक्ल की जरूरत पड़ती है। उन्हें भाजपा नकल करने के लिए सात जन्म लेने पड़ेंगे। यह भारतीय जनता पार्टी के जूते के बराबर भी नहीं है।

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संगठन के नाम पर होता है ढकोसला 
पूनिया ने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक के लिए जाति, पंथ और मजहब की राजनीति सालों से करती आ रही है। संगठन के नाम पर केवल ढकोसला होता है। एक तरफ तो विधायकों का कैंप हो रहा है वहीं दूसरी तरफ पार्टी संगठन के चुनाव तक नहीं करा पा रही है। रही बात कैंप की तो जनहित के मुद्दों का चुनाव करने के बजाय नाराज विधायकों को पटाने की कोशिश ज्यादा है। कांग्रेस को चिंता है कि उसके ही विधायक भरत सिंह मंत्रिमंडल में व्याप्त भ्रष्टाचारियों के खिलाफ खुलेआम चिट्ठियां लिख रहे हैं। इतना ही नहीं सदन में विपक्ष की बजाय सत्ता पक्ष के विधायक ही चाहे वह राम नारायण मीणा हों या फिर दीपेंद्र सिंह शेखावत और हेमाराम अपनी ही सरकार के खिलाफ मुद्दे उठाते रहते हैं। ऐसे विधायकों की लंबी फेहरिस्त है जो अपनी ही सरकार की अपने फायदे के लिए फजीहत कराते रहते हैं। असल वजह यही है जिसके चलते कांग्रेस को चिंतन की जरूरत पड़ रही है।

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रीट का पेपर लीक नहीं चोरी किए गए
सतीश पूनिया का कहना है कि रीट का पेपर लीक नहीं, चोरी हुआ है। पेपर चुरा कर उसे करोड़ों रुपए में बेचा गया। इस मामले में तत्कालीन शिक्षा मंत्री डोटासरा कहते थे कि पेपर लीक नहीं हुआ, लेकिन अब तो खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी मान चुके हैं कि पेपर लीक हुआ था। एसओजी ने भी जांच की जिसमें 35 लोगों को गिरफ्तार किया। प्रदीप पाराशर गिरफ्तार हुए। डीपी जारोली बर्खास्त हुए हैं। कांग्रेस पार्टी ने यह पूरा षड्यंत्र राजीव गांधी स्टडी सर्किल के जरिए रचा है। जिसमें कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सरकारी अध्यापक के रूप में नियुक्ति की गई है। उन्होंने कहा कि एसओजी ने अभी तक अच्छा काम किया है, लेकिन सरकार अपने मंत्रियों को फसता देख दवाब बनाने का काम कर सकते हैं। जिस तरह अलवर की निर्भया के मामले में चार बार सरकार और एसपी ने यू-टर्न लिया, रीट परीक्षा मामले में भी राजनीतिक रूप से दबाव पड़ेगा। इसीलिए सीबीआई की जांच होना जरूरी है।

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सदन से लेकर सड़क तक घेरेंगे सरकार 
पूनिया ने कहा कि भाजपा विधानसभा में सरकार को किसानों की कर्ज माफी से लेकर बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर घेरेंगी। राजस्थान में 3637 दुष्कर्म की घटनाएं 1 साल में दर्ज की गई हैं। रीट परीक्षा को लेकर चल रहे आंदोलन पर पूनिया ने कहा कि ये आंदोलन एक दिन में खड़े नहीं होते। अभी आंदोलन की शुरुआत है। युवा मोर्चा 7 फरवरी को गिरफ्तारी देगा। यह राजस्थान में जेल भरो आंदोलन की शुरुआत होगी। इसके बाद 8 फरवरी को पार्टी का विधायक दल महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे धरना-प्रदर्शन करेगा।

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