प्रेरणाः 25 रुपए के पहले मेहनताने से 370 करोड़ की सम्पत्ति की मालकिन तक का सफर 

TISMedia@Kota भारतीय जनश्रुतियों में कहावत है कि आपका जन्म कहां होगा यह ईश्वर तय करता है, लेकिन मृत्यु कहां होगी आप खुद तय करते हैं। यकीन न आए तो स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जीवन ही उठाकर देख लीजिए। लता मंगेशकर भले ही इंदौर के गरीब परिवार में जन्मीं, लेकिन अपनी मेहनत और लगन के बूते अपने अवसान से पहले वह भारत की सबसे अमीर सिंगर्स में शुमार की जाने लगीं। निश्चित ही लता मंगेशकर का जीवन प्रेरणाओं से भरा पड़ा है।

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कौन नहीं जानता कि लता मंगेशकर ने पिता के गुजरने के बाद घर की आर्थिक तंगी दूर करने के लिए सिंगिंग करियर शुरू किया था। पहली बार लता ने साल 1942 में मराठी फिल्म “किती हसाल” में गाना गाया था। इस गाने के लिए उस जमाने में 13 साल की लता को 25 रुपए फीस मिली थी। ये वहीं लता हैं जो आज 50 मिलियन यानी 370 करोड़ रुपए की संपत्ति की मालकिन हैं।

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मुंबई में है आलीशान घर
लता मंगेशकर साउथ मुंबई के पेडर रोड में स्थित प्रभु-कुंज भवन में रहती हैं। लता जी इस बिल्डिंग की पहली मंजिल में रहती हैं। उनके साथ बहन उषा मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेशकर का परिवार भी रहता था। सीएनॉलेज नाम की वेब साइट के मुताबिक लता हर महीने 40 लाख और सालाना 6 करोड़ रुपए कमाई करती थीं। उनकी कमाई का मुख्य जरिए उनके गाने, इनसे मिलने वाली रॉयल्टी थी। इसके अलावा उन्होंने म्यूजिक कॉन्सर्ट और म्यूजिक एलबम से भी कमाई की है।

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लग्जरी कारों का बड़ा कलेक्शन
लता मंगेशकर अपने करियर में लता वादल, झांझर, कंचन गंगा और लेकिन जैसी फिल्में प्रोड्यूस की हैं। इंडस्ट्री के ज्यादातर सेलेब्स एड से करोड़ों कमाई करते हैं, हालांकि लता मंगेशकर महज 1991 में ग्लाइकोडिन कफ सिरप के एड में दिखी हैं। लता मंगेशकर बचपन से ही सादा जीवन जीती आई हैं, हालांकि उन्हें कारों का हमेशा से शौक रहा है। लता ने करियर की शुरुआत में पहली कार 8 हजार रुपए में खरीदी थी। आगे लता ने शेवरले और ब्यूक खरीदी थी। कामयाबी मिलने के बाद सिंगर ने मर्सिडीज गाड़ी खरीदी जिसे उन्होंने आगे क्रिसलर से रिप्लेस किया था। वीर-जारा फिल्म की कामयाबी के बाद निर्माता यश चोपड़ा ने उन्हें मर्सडीज गाड़ी गिफ्ट की थी।

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पिता के नाम पर बनवाया अस्पताल
लता मंगेशकर ने 1989 में लता मंगेशकर फाउंडेशन की नीव रखी थी। इस फाउंडेशन के जरिए लता जी ने पुणे में अपने पिता दीनानाथ मंगेशकर के नाम पर अस्पताल बनवाया था जो 6 एकड़ में फैला हुआ है। दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल के अलावा लता मंगेशकर के नाम पर भी नागपुर, महाराष्ट्र में एक अस्पताल है। इसकी स्थापना 1991 में की गई थी। लता मंगेशकर हमेशा से ही डोनेशन में आगे रही हैं। उन्होंने कोरोना काल में सीएम रिलीफ फंड में 25 लाख रुपए दिए थे। इससे पहले सिंगर पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को 1 करोड़ रुपए दान किए थे। महाराष्ट्र बाढ़ रिलीफ फंड में भी लता ने 11 लाख रुपए दान किए थे।

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