राजस्थान: फिर भड़की गुर्जर आरक्षण आंदोलन की आग, 01 नवंबर से चक्का जाम
जयपुर/कोटा/हिंडौन सिटी. राजस्थान में आरक्षण की मांग को लेकर एक बार फिर गुर्जर समाज आंदोलन के रास्ते पर कूद पड़ा है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके बेटे विजय बैंसला ने हिंडौन सिटी के वर्धमान नगर स्थित आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि 01 नवंबर 2020 से बयाना के पीलूपुरा गांव से आंदोलन की शुरुआत होगी। जिसके बाद प्रदेश भर में चक्का जाम किया जाएगा।
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कर्नल बैंसला ने राजस्थान सरकार पर गुर्जर समाज की अनदेखी करने के आरोप लगाते हुए राजस्थान सरकार से किसी भी स्तर पर वार्ता करने से इंकार करने का घोषणा की। हालांकि प्रदेश सरकार ने गुर्जरों की तीन मांगों को मानने का आश्वासन दिया था। शुक्रवार को पूरे दिन राज्य सरकार गुर्जर नेताओं को मनाने की कोशिश में जुटी रही, लेकिन बातचीत नाकाम रही।
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इंटरनेट सेवाएं बंद
गुर्जर आंदोलन के जयपुर जिला प्रशासन ने शुक्रवार शाम छह बजे से जयपुर जिले के कोटपूतली, पावटा, शाहपुरा, विराटनगर व जमवा रामगढ़ व इनके आस-पास के क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी है। टूजी, थ्री जी, फोर जी डाटा सर्विस, ब्लक एसएमएस पर यह प्रतिबंध 24 घंटे के लिए लागू रहेगा। इसके साथ ही धोलपुर, करौली, सवाई माधोपुर भरतपुर, बयाना हिंडोन में भी इंटरनेट सेवाएं बंद करने की तैयारी है।
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रासुका लगाने की तैयारी
आंदोलन कर रहे गुर्जर नेताओं को मनाने के साथ ही राजस्थान सरकार आंदोलनकारियों से सख्ती से निपटने की तैयारी में भी जुट गई है। धोलपुर जिला कलक्टर आरके जायसवाल ने जिले में धारा 144 लगा दी है। करौली में सरकारी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द करने के साथ ही उनके जिला छोड़ने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। वहीं जयपुर में सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले आंदोलनकारियों पर रासुका लगाने की तैयारी कर ली गई है।