शराब की अवैध दुकान चलवा रहा था आबकारी निरीक्षक, बंद करवाने के लिए लेता था लाखों की बंधी, एसीबी ने दबोचा

बूंदी. केशवरायपाटन क्षेत्र में शुक्रवार को बूंदी एसीबी ने ( Anti Corruption Bureau ) आबकारी निरीक्षक व गार्ड को 10 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। गार्ड के पास से रिश्वत की राशि जब्त की है। एसीबी ने आबकारी निरीक्षक ( Excise Inspector And Constable Arrested ) को राउण्ड अप कर आगे की कार्रवाई कर रही है।

Read More: कोटा एसीबी की डूंगरपुर में बड़ी कार्रवाई : परिवहन विभाग में घूसखोरी का पर्दाफाश, 2.50 लाख जब्त

एसीबी के पुलिस उप अधीक्षक तरुणकांत सोमानी ने बताया कि तालेड़ा के सुवासा गांव निवासी परिवादी हरिराज सिंह ने शिकायत दी थी कि बलकासा, बालोद व हिगोनिया में उसकी तीन लाइसेंसी शराब की दुकान ( wine shop ) है। वहीं, पास में एक अवैध शराब ( Illegal liquor Shop ) ठेका चल रहा है। मेरी लाइसेंसी दुकानों को नियमित रूप से संचालित करने व अवैध शराब ठेके को बंद करने की एवज में केशवरायपाटन आबकारी निरीक्षक शिवप्रताप सिंह ने हर माह मंथली के रूप में 15 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। आरोपी ने 15 हजार के हिसाब से पिछले 7 महीने के 1 लाख 10 हजार रुपए ले लिए थे। वहीं, प्रथम माह की किश्त के रूप में लिए गए 20 हजार में से 5 हजार रुपए परिवादी के बाकी बच रहे थे।

Read More: एएसपी बन गए खलासी, पढि़ए, भ्रष्टाचार की सनसनीखेज कहानी...

इसलिए, इस बार की 15 हजार की किस्त में से 5 हजार रुपए कम कर 10 हजार रुपए लेकर केपाटन स्थित नहर के पास बुलाया। इस पर एसीबी ने गुरुवार को शिकायत का सत्यापन करवाया। जिसमें मामला सही पाए जाने पर आरोपियों को ट्रैप करने के लिए जाल बिछाया। इसके तहत परिवादी को पैसे लेकर आबकारी निरीक्षक द्वारा बताए गए स्थान पर भेजा। वहां आबकारी निरीक्षक शिवप्रताप सिंह ने अपने सिपाही टोंक जिले के गणेती निवासी रामनिवास को पहले से ही भेजा हुआ था। वहां सिपाही रामनिवास ने परिवादी से खुद की पेंट की जेब में रिश्वत के 10 हजार रुपए रखवाए। इसी दौरान इशारा पाकर एसीबी ने आरोपी सिपाही को रंगे हाथ दबोच लिया। पुलिस उप अधीक्षक सोमानी ने बताया कि आरोपी आबकारी निरीक्षक शिवप्रताप सिंह को राउण्ड अप कर लिया है। मामले में कार्रवाई जारी है।

Read More: कोटा में चले चाकू, बाइक टकराई तो पेट में घोंप दिया खंजर

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: Content is protected !!