राजस्थान उपचुनाव: सहाड़ा में कांग्रेस और राजसमंद पर भाजपा का कब्जा, सुजानगढ़ कांग्रेस के खाते में जाना तय
सहाड़ा से गायत्री देवी और राजसमंद से दीप्ति माहेश्वरी जीतीं,
जयुपर. राजस्थान में तीन विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव के परिणाम आना शुरू हो गए हैं। सहाड़ा से कांग्रेस की गायत्री देवी और राजसमंद से भाजपा की दीप्ति माहेश्वरी ने जीत दर्ज की है। वहीं, सुजानगढ़ में कांग्रेस के मनोज मेघवाल लीड बनाए हुए हैं।
प्रदेश की तीन विधानसभा सीटों के लिये मतगणना अंतिम दौर में पहुंच चुकी है। मतगणना की शुरुआत से ही सहाड़ा और सुजानगढ़ में कांग्रेस लगातार बढ़त बनाये हुए थी। सहाड़ा विधानसभा सीट की कमान गहलोत सरकार के चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा के हाथ में थी। उनकी टीम में धर्मेन्द्र सिंह राठौड़ और हरिमोहन शर्मा भी शामिल थे। जबकि, सुजानगढ़ की कमान उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी के हाथ में थी। उनकी टीम में मंगलाराम गोदारा, डूंगरराम गेदर और नौरंग वर्मा शामिल थे। जिन्होंने कांग्रेस को दोनों सीटें बचाने खासी मदद की।
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राजसमंद: कड़े मुकाबले के बीच भाजपा की जीत
24 राउंड के बाद राजसमंद में बीजेपी की दीप्ति माहेश्वरी 5122 वोट से आगे हैं। उनकी जीत तय है। क्योंकि आखिरी राउंड में बहुत कम वोटों की गिनती होनी है। 22 राउंड के बाद दीप्ति माहेश्वरी 3735 वोट से आगे। कांग्रेस के तनसुख बोहरा को 63045 और दीप्ति को 66780 वोट मिले। अब 3 राउंड की मतगणना शेष।
सहाड़ा: कांग्रेस की गायत्री देवी जीतीं
सहाड़ा में 14 राउंड के बाद कांग्रेस की गायत्री देवी 19985 वोट से आगे। यहां उन्हें 41536 वोट मिले जबकि भाजपा के डॉ. रतन लाल जाट को 21551 और आरएलपी के बद्रीलाल जाट को 5954 वोट मिले। सहाड़ा में 12वें राउंड में कांग्रेस की गायत्री देवी की 16532 वोटों की लीड है। कांग्रेस को 35575 वोट मिले जबकि भाजपा के रतनलाल जाट को 19043 और आरएलपी के बद्रीलाल जाट को 4740 वोट मिले। यहां लोगों ने नोटा भी खूब दबाया। यहां नोटा में 1583 वोट पड़े।
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सुजानगढ़: पॉजिटिव हुए कांग्रेस प्रत्याशी मेघवाल
सुजानगढ़ में 21वें राउंड में कांग्रेस 24010 वोट से आगे है। भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया मूल रूप से चूरू के ही रहने वाले हैं। ऐसे में अगर भाजपा तीसरे नंबर पर रहेगी तो यह उनके लिए बड़ा झटका होगा। उपचुनाव में सबसे चौंकाने वाले रुझान सुजानगढ़ के हैं। कांग्रेस उम्मीदवार मनोज मेघवाल सहानुभूति फैक्टर के चलते जीत रहे हैं। सबसे चौंकाने वाला है यहां भाजपा उम्मीदवार खेमाराम मेघवाल का तीसरे स्थान पर जाना। हनुमान बेनीवाल की पार्टी आरएलपी के उम्मीदवार सोहनलाल नायक सुजानगढ़ में दूसरे स्थान पर हैं। भाजपा उम्मीदवार को भितरघात का सामना करना पड़ा है। हनुमान बेनीवाल ने एनडीए से अलग होकर खुद भले न जीते लेकिन भाजपा को हरवा दिया है। भाजपा उम्मीदवार का तीसरे स्थान पर रहना एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
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तीनों सीटों पर सहानुभूति फैक्टर
विधानसभा उपचुनाव में तीनों सीटों पर सहानुभूति कार्ड चला है। पिछले 56 साल के इतिहास में इस बार यह पहला मौका है जब दिवंगत विधायकों के परिवार उपचुनाव जीत रहे हैं। एक सीट पर जीत हो चुकी है जबकि दो पर जीत तय है। 1965 से लेकर अब तक हुए उपचुनाव में जब-जब भी दिवंगत नेता के परिजनों को टिकट दिया। वे चुनाव हारते रहे हैं। इस बार 56 साल पुराना मिथक टूट गया है।उपचुनावों के रुझानों के हिसाब से देखा जाए तो विधानसभा में संख्या बल में कांग्रेस और भाजपा दोनों जहां पहले थे वहीं के वहीं हैं। 3 में से 2 सीटें कांग्रेस और 1 भाजपा के पास थीं। अब भी 2 सीट कांग्रेस जीत रही है और एक पर भाजपा जीत गई है। इसलिए किसी का नफा नुकसान नहीं हुआ है। सुजानगढ़ में भाजपा के लिए सियासी झटका जरूर लगा है जहां पार्टी तीसरे स्थान पर है।