Petrol Price: कीमतों में लगी आग, 106.27 रुपए पहुंचे दाम
तेल की कीमतों में बीते 62 दिनों में करीब दस रुपए का हुआ इजाफा

TISMedia@KOTA कोरोना काल में पेट्रोल की कीमतें आग उगल रही हैं। आलम यह है कि पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होते ही कीमतों का मीटर ऐसा भागा कि 62 दिनों बाद भी ठहरने का नाम नहीं ले रहा। 4 मई के बाद पेट्रेल और डीजल की कीमतों ने ऐसा रंग दिखाया कि सिर्फ दो महीनों में पेट्रोल की कीमतों में 9.51 और डीजल की कीमतों में 9.27 रुपए का इजाफा हो गया।
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पेट्रोल पहुंचा 106 रुपए के पार
रविवार को राजस्थान में पेट्रोल की कीमतें 106 रुपए के बैरियर को तोड़ 106.27 रुपए प्रति लीटर तक जा पहुंची। वहीं डीजल भी 98 के पार यानी 98.47 रुपए प्रति लीटर तक आ गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर पहुंच गई है, जिसके बाद आशंका जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में पेट्रोल डीजल की कीमतों में अभी और इजाफा होगा।
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वैट में छूट के बाद भी बढ़ी कीमतें
केंद्र सरकार सेंट्रल एक्साइज और राज्य सरकार वैट के रूप में पिछले 15 महीने में कई बार वृद्धि कर चुके हैं। हालांकि राजस्थान सरकार ने पेट्रोल और डीजल में 2 फीसदी वैट में राहत भी दी थी, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरे सरीखी साबित हुई। इसे सियासी मजबूरी कहें या केंद्र सरकार का इशारा कि तेल कंपनियों ने विधानसभा चुनावों के दौरान पेट्रोल डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी को चुनावों के दौरान पूरी तरह रोक कर रखा था, लेकिन जैसे ही चुनाव खत्म हुए कीमतों में आग लग गई। जो कोरोना काल के भयंकर संकट भरे दौर में आम आदमी की जेब पर खासी भारी साबित हो रहा है।