कोटा सरस डेयरी सिलेंडर ब्लास्ट में मरने वाले गार्ड के परिजनों को मिलेगा 5 लाख का मुआवजा
राजपूत समाज और स्थानीय लोगों के प्रदर्शन के बाद डेयरी प्रबंधन मुआवजा देने को हुआ राजी
TISMedia@Kota कोटा सरस डेयरी में शुक्रवार शाम को हुए फ्रीऑन गैस सिलेंडर ब्लास्ट में मारे गए सुरक्षा कर्मी भूपेंद्र सिंह के परिजनों को डेयरी प्रबंधन पांच लाख रुपए का मुआवजा और सरस बूथ देगा। भाजपा कार्यकर्ताओं और राजपूत समाज के लोगों के प्रदर्शन के बाद डेयरी प्रबंधन मृतक गार्ड के परिजनों को मुआवजा देने को राजी हुआ है।
सरस के कोटा डेयरी प्लांट में शुक्रवार को गार्ड रूम के पास रखे फ्रीऑन गैसे भरे सिलेंडर में विस्फोट हो गया था। सिलेंडर फटने के बाद उसके टुकड़े उछल कर गार्ड रूम के बाहर बैठे सुरक्षा कर्मी भूपेंद्र सिंह के सिर पर लगे थे। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। सुरक्षा कर्मी की मौत के और डेयरी में इतनी बड़ी दुर्घटना होने के बाद डेयरी प्रबंधन ने पूरे मामले पर चुप्पी साध ली थी। यहां तक कि सुरक्षा कर्मी के परिजनों को किसी भी तरह का मुआवजा देने या आर्थिक मदद करने तक से पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया।
Read More: योगी का नया वारः 2 से ज्यादा बच्चे पैदा किए तो नहीं मिलेगा इन 77 सरकारी सुविधाओं का लाभ
आक्रोशित लोगों ने किया प्रदर्शन
मृतक सुरक्षा कर्मी की मौत के बाद उसके परिजनों को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता, नौकरी और सरस बूथ आवंटित करने की मांग को लेकर शनिवार को भाजपा नेता विकास शर्मा, स्थानीय लोगों और राजपूत समाज के लोगों ने कोटा डेयरी में प्रदर्शन किया। डेयरी प्रबंधन के रवैये से नाराज यह लोग प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। पहले तो डेयरी प्रबंधन ने समझाइश की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। आखिर में कोई रास्ता निकलता न देख डेयरी प्रबंधन ने मृतक सुरक्षा कर्मी के परिजनों को पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता और एक डेयरी बूथ आवंटित करने का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर प्रदर्शन खत्म हुआ।
Read More: 23 लाख रुपए में बनो RAS, प्री और मेन्स से लेकर इंटरव्यू पास कराने तक की गारंटी
डेढ़ महीने पहले ही लगी थी नौकरी
पुलिस जांच में सामने आया कि फ्रीऑन गैस सिलेंडर फटने से मारे गए गार्ड भूपेंद्र की कोटा डेयरी में डेढ़ महीने पहले ही नौकरी लगी थी। पूरे परिवार में वह इकलौता कमाने वाला था। उसकी मौत के बाद परिवार के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था। वहीं डेयरी प्रबंधन मृतक सुरक्षा कर्मी के परिजनों की मदद करने के बजाय दुर्घटना पर ही पर्दा डालने में जुट गया था। जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया। प्रदर्शन करने वालों में क्षत्रिय जादौन महासभा के जिलाध्यक्ष धीरेंद्र पाल सिंह, राजपूत करणी सेना के जिला अध्यक्ष निर्भय सिंह शक्तावत, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिला अध्यक्ष चेतन सिंह साँखला, भवर सिंह डुंडा ,पार्षद जितेंद्र सिंह ,जय सिंह, मंजीत सिंह पिंकू बना ,महिपाल सिंह लक्षमण सिंह, जितेंद्र सिंह और कल्याण सिंह आदि शामिल थे।