एसीबी: डीएफओ को 3 लाख रुपए की घूस लेते रंगे हाथ दबोचा, मचा हड़कंप 

कोटा से सवाईमाधोपुर तक चल रही है छानबीन

कोटा/जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने चंबल घड़ियाल राष्ट्रीय अभयारण्य के उपवन संरक्षक (DFO) फुरकान अली खत्री को 3 लाख रुपए की घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। फुरकान सवाई माधोपुर स्थित अपने सरकारी आवास पर खुलेआम घूस ले रहे थे। फिलहाल एसीबी उनके कोटा स्थित घर की तलाशी लेने में जुटी है।

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बिलों का भुगतान करने के लिए मांगी घूस  
एसीबी जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजीव नयन ने बताया कि सवाई माधोपुर जिले में वन विभाग ने विकास कार्य कराए थे। काम करने वाले ठेकेदार ने जब भुगतान की मांग की तो चंबल घड़ियाल राष्ट्रीय अभयारण्य के उपवन संरक्षक फुरकान अली खत्री ने इसकी एवज में उससे 4 लाख की घूस मांगने लगे। नहीं देने पर वह ठेकेदार को परेशान करने के नए नए हथकंडे अपनाने लग गए। जिससे परेशान होकर परिवादी ने एसीबी के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक दिनेश एमएन को घूस मांगने की जानकारी दी। मामला संज्ञान में आने के बाद जयपुर एसीबी को प्रकरण की जांच सौंपी गई। जयपुर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया तो वह सही पाई मिली।

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शिकंजे में फंसा डीएफओ 
एसीबी जयपुर की टीम ने गुरुवार को डीएफओ को ट्रेप करने के लिए जाल बिछाया। परिवादी ने जब रिश्वत की रकम पहुंचाने के लिए पूछा तो फुरकान अली ने उसे सवाई माधोपुर स्थित सामाजिक वानिकी कार्यालय परिसर में बने सरकारी आवास पर ही बुला लिया। फुरकान अली ने परिवादी से  सरकारी बंगले पर ही 3 लाख रुपए की घूस ले ली। इसी दौरान पहले से घात लगाकर बैठी एसीबी ने उसे घूस लेते हुए रंगे हाथ धर दबोचा। एसीबी अब डीएफओ के कोटा स्थित निजी आवास और सवाई माधोपुर स्थित सरकारी कार्यालयों एवं सरकारी आवास की छानबीन में जुटी है।

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चार लाख की घूस मांगी थी 
एएसपी संजीव नयन ने बताया कि फुरकान अली ने परिवादी से चार लाख रुपए की घूस मांगी थी। जिसमें से एक लाख रुपए की रकम वह पहले ही ले चुका था। शिकायत का सत्यापन होने के बाद घूस की बाकी रकम देने के लिए आज डीएफओ के पास भेजा गया था।एसीबी डीएफओ कार्यालय के बाकी कर्मचारियों एवं अधिकारियों की भी इस मामले में संलिप्तता की जांच कर रही है।

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