सोशल मीडिया की जवाबदेही हो सुनिश्चित: लोक सभा अध्यक्ष
बोले बिरलाः सच्चाई के साथ खड़े रहें पत्रकार, निर्भीक, निडर और निष्पक्ष रहें
- बिरला बोलेः महामारी के दौरान मीडिया की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है
- भारतीय जन संचार संस्थान के सत्रारंभ कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों को संबोधित किया
TISMedia@NewDelhi प्रिंट मीडिया के साथ-साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और सोशल मीडिया के बढ़ते आयाम से पत्रकारिता का दायरा व्यापक रूप से बढ़ा है। भारतीय जन संचार संस्थान के सत्रारंभ कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों को संबोधित करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने यह बात कही। भारत में फेसबुक के फरेब और हिंसा ही नहीं फर्जी खबरें फैलाने की कंपनी की अंदरूनी रिपोर्ट आने के बाद लोकसभा अध्यक्ष का बयान और ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाता है।
भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) के सत्रारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि पत्रकार समाज के Conscience Keeper हैं और समाज की दृष्टि और बौद्धिक चेतना को राष्ट्र के अनुकूल बनाए रखना उनका दायित्व है। उन्होंने सलाह दी कि पत्रकार सच्चाई के साथ खड़े रहें, निर्भीक रहें, निडर रहें और निष्पक्ष रहें क्योंकि यही उनका कर्त्तव्य है।
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याद दिलाए कर्तव्य
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भावी पत्रकारों को उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियों का भी भान कराया। बिरला ने महात्मा गांधी का उल्लेख करते हुए कहा कि एक पत्रकार का कर्तव्य है कि वह देश के जनमानस को समझकर बिना किसी भय के उसे मुखर अभिव्यक्ति दे। पत्रकार का दायित्व है कि वह देश की सामाजिक राजनैतिक चेतना का वाहक बने। पत्रकारिता का उद्देश्य मात्र समाज सेवा ही होना चाहिए। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के ये वचन, पत्रकारिता के लिए मूलमंत्र है और पत्रकारिता के विद्यार्थियों को इसे आत्मसात करना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने इस अवसर पर भीमराव अंबेडकर को याद करते हुए कहा कि लोकतंत्र की सफलता इस बात से निश्चित होती है कि वहां की मीडिया कितनी स्वतंत्र है तथा कितनी प्रभावी है।
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सकारात्मक और रचनात्मक हो काम
ओम बिरला ने भावी पत्रकारों को प्रेरित करते हुए कहा कि पत्रकारों को जनसरोकारों को केंद्र में रखकर काम करना चाहिए। मीडिया शासन-प्रशासन और जनता के बीच संवाद सेतु का काम करता है। ऐसे में पत्रकारों की जिम्मेदारी हो जाती है कि वह न सिर्फ जनता की समस्याओं को शासन और सत्ता तक पहुंचाएं, बल्कि जनता को भी जागरुक और शिक्षित करें। तभी रचनात्मक और सकारात्मक काम हो सकेगा। उन्होंने थ्री आर का सूत्र देते हुए कहा कि मीडिया का Responsible, Responsive तथा Reachable होना बेहद जरूरी है।
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जनसंचार क्रांति ने बढ़ाई जिम्मेदारी
लोकसभा अध्यक्ष ने कोरोना महामारी के दौर में मीडिया की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना ने न सिर्फ मीडिया को और अधिक जिम्मेदार बनाया है, बल्कि उसकी भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया खासकर सोशल मीडिया ने देश और दुनिया में एक बड़ी जनसंचार क्रांति को जन्म दिया है। इसने जन-सामान्य को बड़ी सरलता से आपस में जोड़ा है। साथ ही उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि प्रिंट मीडिया की भांति ही सोशल मीडिया की जवाबदेही सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गलत सूचनाओं के प्रसार से समाज में गलत संदेश जाता है।