कोरोना महामारी : जहां अपने भी साथ छोड़ रहे वहां पॉपुलर फ्रंट निभा रहा इंसानियत
कोटा. कोरोना महामारी के बीच जहां अपने भी साथ छोड़ रहे हैं, वहीं पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया राजस्थान की कोटा इकाई अपनी जान की परवाह किए बगैर कोविड अस्पतालों में आने वाले मरीजों की हर संभव मदद में जुटे हैं। अस्पताल में आने वाले मरीजों को भर्ती करवाने से लेकर बेड व ऑक्सीजन तक का इंतजाम करवा रहे हैं। यहां तक कि खुद के खर्चे पर कई मरीजों को रेगूलेटर भी उपलब्ध करवाएं हैं। इसके अलावा जरूरतमंदों को भोजन भी उपलब्ध करवा रहे हैं। साथ ही ईद किट भी बांटे जा रहे हैं।
Read More : कोरोना का कहर : कल आंगन में खुशियों का बसेरा, आज चीत्कारों से दहला कलेजा
मानव सेवा से बढ़कर कुछ नहीं
पॉपुलर फ्रंट कोटा के जिलाध्यक्ष साजिद अहमद ने बताया कि लॉकडाउन में कई परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है। उनका गुजारा होना मुश्किल हो रहा है। उनके घर का राशन भी समाप्त होने लगा है। ऐसे परिवारों की मदद के लिए पॉपुलर फ्रंट की ओर से एक माह का राशन किट उपलब्ध करवाया जा रहा है। रमजान माह में विज्ञान नगर, कोटड़ी,छावनी, बोरखेड़ा, सकतपुरा, लाडपुरा, घंटाघर, अनंतपुरा, कुन्हाड़ी बालिता रोड सहित कई क्षेत्रों में राशन व ईद किट बांटे जा रहे हैं। संस्था की ओर से 30 दिनों में 61 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट व 230 परिवारों को ईद किट वितरित किए गए हैं। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में भी राशन किट पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, कोविड अस्पताल में दूर-दूर से आए लोगों के भोजन की व्यवस्था भी कर रहे। हैं।
Read More : काल बना कोरोना : बेटे की मौत, बहू की हालत नाजुक, बुजुर्ग दादा पर 3 बच्चियों की जिम्मेदारी
होम आइसोलेशन वालों को भी मदद
जिला सचिव नईम अख्तर ने बताया कि जिन मरीजों का घर में इलाज चल रहा है, उन्हें भी भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं, कोविड अस्पतालों में भर्ती मरीज व तीमारदार भोजन उपलब्ध कराने की मांग करते हैं तो उनके यहां भी भोजन पहुंचाया जा रहा है। इस काम के लिए संस्था ने युवाओं की अलग-अलग टीम बनाई हुई है। भोजन तैयार करवाने में इम्यूनिटी का पूरा ध्यान रखा जाता है। इसके साथ ही अब 29 मरीजों को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाए जा चुके हैं। इसके अलावा जिन घरों में आइसोलेशन वाले मरीजों की मदद के लिए कोई नहीं है, वहां दवाएं भी पहुंचाई जा रही है। इसके अलावा कोविड मरीज की मौत के बाद शव को इस्लामी रीति रिवाज के साथ दफना भी रहे हैं। अब तक तीन कोविड मरीजों के शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया है।