कोटा ACB ने RCHO को गिरफ्तार कर भेजा जेल, 5 हजार रुपए की घूस मांगने का आरोप

रामगढ़ उप स्वास्थ्य केन्द्र निर्माण का प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में मांगी थी घूस

TISMedia@Kota भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (Kota ACB) ने किशनगंज तहसील में रामगढ़ उप स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कार्य पूरा होने का प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में घूस मांगने के आरोप में सवाई माधोपुर के जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी (RCHO) को गिरफ्तार किया है। 2 साल पुराने मामले में गिरफ्तार किए गए डॉ. कमलेश मीणा को कोटा एसीबी कोर्ट ने जेल भेज दिया।

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2 साल पुराना मामला 
डॉ. कमलेश मीणा पर आरोप है कि साल 2019 में बारां जिले के ब्लॉक सीएमएचओ रहते हुए उप स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में ठेकेदार से रिश्वत ली थी। एसीबी के मुताबिक जुलाई 2019 में परिवादी श्याम कुमार ने बारां एसीबी को शिकायत दी थी कि किशनगंज तहसील के रामगढ़ के चिकित्सा अधिकारी डॉ वीरेंद्र मालव उप स्वास्थ्य केंद्र के भवन में किए गए निमार्ण का प्रमाण पत्र जारी करने की एवज में 12 हजार की रिश्वत की मांग कर रहे है।

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12 हजार का सौदा 7 हजार में पटा 
उस दौरान डॉ कमलेश मीणा ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी (BCMO) पद पर तैनात थे। इसलिए मालव ने 4 हजार रुपए अपने लिए और 8 हजार डॉ कमलेश के लिए मांगे थे। शिकायत सत्यापन के दौरान डॉ. मालव 12 हजार के बजाय 7 हजार रुपए की रिश्वत घूस लेने को तैयार हो गए। जिसके बाद एसीबी ने उन्हें रंगे हाथ दबोचने के लिए जाल बिछाया और डॉ. मालव को 5 हजार रुपए की घूस लेते हुए धर दबोचा। कोटा एसीबी को इस मामले में डॉ. कमलेश मीणा की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए जांच की। जिसके बाद  बुधवार को आरोपी डॉक्टर कमलेश मीणा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

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