प्लाट पर कब्जा करके बैठे भूमाफियाओं ने चाकुओं से गोद दिन दहाड़े की युवक की हत्या
कुन्हाड़ी पुलिस ने सिर्फ 6 घंटे में दबोचे दोनों हत्यारोपी, मरने से पहले युवक ने दिया पुलिस को बयान
TISMedia@Kota प्लाट पर कब्जे का विरोध करना 32 साल के कंपाउंडर को भारी पड़ गया। कब्जेदारों ने उसे संत तुकाराम सामुदायिक भवन के गेट के पास समझौते के लिए बुलाया और मौका देख चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर डाले। सीने में चाकुओं के गहरे घाव होने से युवक ने इलाज के दौरान एमबीएस अस्पताल में दम तोड़ दिया, लेकिन मरने से पहले पुलिस को दिए बयान में पूरी घटना बता डाली। जिसके बाद कोटा पुलिस ने तत्काल कार्यवाही कर सिर्फ घंटे में हत्यारोपियों को धर दबोचा।
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक ने बताया कि 24 अगस्त को कुन्हाड़ी स्थित संत तुकाराम सामुदायिक भवन के गेट के पास निजी लेब में काम करने वाले 32 साल के कंपाउंडर राजेश केवट पर कुछ लोगों ने जानलेवा हमला कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही डिप्टी एसपी भगवत सिंह हिंगड और थानाधिकारी कुन्हाड़ी को मामले की जांच आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
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जमीन को लेकर था विवाद
चाकुओं के हमले से बुरी तरह घायल बालापुरा कुन्हाडी निवासी राजेश केवट को आनन-फानन में एमबीएस हॉस्पीटल में भर्ती करवाया गया। जहां उसने पुलिस को बताया कि वह अपने परिवार के साथ ससुराल में ही रहता है। उसके ससुर रामरतन का एक प्लाट 60 गुना 70 का है, जिस पर मानसिंह राजपूत कुन्हाडी वालो ने कब्जा कर रखा है। जिसे वह खाली करवाने की कोशिश में जुटा था। राजेश ने पुलिस को बताया कि मंगलवार को इसी मामले को लेकर कुन्हाड़ी निवासी भीम सिंह ने उसे फोन कर मानसिंह से मिलने के लिए बुलाया था।
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चाकुओं से गोद डाला
मरने से पहले पुलिस को दिए बयान में राजेश केवट ने बताया कि फोन आने के बाद वह सुबह करीब 9 बजे मानसिंह से मिलने के लिए घर से निकला और सामुदायक भवन संत तुकाराम के गेट के पास पहुंचा तो वहां पहले से मौजूद भीम सिंह और उसके साथ खड़े एक लड़के ने धर दबोचा। राजेश ने दोनों से बात करने की कोशिश की, लेकिन राजेश की हत्या करने के इरादे से आए भीम सिंह और दूसरे युवक ने राजेश पर चाकुओं से ताबड़तोड़ वार कर डाले। जिसमें से दो चाकू उसकी छाती पर, एक चाकू बाई तरफ पेट में और एक बगल में ऐसे मारा कि वह लहुलुहान हो वहीं ढ़ेर हो गया। राजेश ने बताया कि यह लोग इतने पर भी नहीं माने और चाकुओं से गोदने के बाद लात घूसों से जमकर पीटा और भाग गए।
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तमाशा देखती रही भीड़
राजेश ने पुलिस को दिए बयान में कहा कि भीम सिंह और उसके साथ मौजूद लड़का जब उसके साथ मारपीट कर रहे थे तो मारपीट होते देख लोगों की खासी भीड़ जमा हो गई, लेकिन किसी ने उसे बचाने की कोशिश नहीं की। तमाशा देख रही यह भीड़ चाकुओं से हमला करने के बाद भी राजेश को बचाने नहीं आई। कुछ लोगों ने राजेश के परिजनों को सूचना दी तो उसकी पत्नी पुलिस लेकर मौके पर पहुंची। तब यह लोग उसे एमबीएस हॉस्पीटल लेकर आए।
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नहीं बच सकी जान
हॉस्पीटल लाने तक राजेश की हालत बेहद खराब हो चुकी थी। ज्यादा खून बह जाने के कारण उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई। घटना की जानकारी लगते ही एसपी सिटी डॉ. विकास पाठक ने हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए प्रवीण कुमार जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक और भगवत सिंह हिंगड वृत्ताधिकारी के निर्देशन में थानाधिकारी कुन्हाडी गंगा सहाय की टीम गठित की। इस टीम ने फुर्ती दिखाते हुए वारदात के सिर्फ छह घंटे बाद ही राजेश के हत्यारोपियों भीम सिंह उर्फ भरत सिंह और दूसरे युवक रिन्कू को गिरफ्तार कर लिया।
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ससुर की भी हो चुकी है हत्या
राजेश की पत्नी यशोदा ने बताया कि सुबह 9 बजे रोहित नाम के व्यक्ति ने फोन कर राजेश को प्लाट के बारे में बात करने के लिए बुलाया था। ड्यूटी पर जाने से पहले राजेश ने रोहित के कहने पर कब्जेदारों से मिलने की सोची और संत सामुदायिक भवन पहुंच गया। जहां भीम सिंह और अन्य युवक ने राजेश केवट के ऊपर चाकू से हमला कर दिया। हमले में राजेश के सीने में चाकुओं के 4 घाव लगे है। यशोदा ने बताया कि उनका 60 बाई 70 का प्लाट है। प्लाट को लेकर पिछले 5-6 साल से मानसिंह नाम के व्यक्ति से विवाद चल रहा था। मामला अभी कोर्ट में है। कुछ साल पहले पिता की भी हत्या करवा दी थी।