लॉकडाउन का पहला दिन : सुबह दुकानों पर भीड़, दोपहर ‘लॉक’ से ‘डाउन’ हुआ कोटा
कोटा. कोरोना संक्रमण की चेन तोडऩे के लिए सोमवार यानी 10 मई से प्रदेशभर में सख्त लॉकडाउन लागू हो गया है, जो 24 मई तक जारी रहेगा। लॉकडाउन के पहले दिन शहर में सुबह 6 से 11 बजे तक राशन सामग्री व आवश्यक वस्तुओं की दुकानों पर भीड़ नजर आई। लेकिन 11 बजे बाद से दुकानें बदं होना शुरू हो गई और दोपहर 2 बजे तक बाजारों में पूरी तरह से सन्नाटा पसर गया। बेवजह घूमने वालों की आवाजाही रोकने के लिए प्रमुख चौराहों पर पुलिस का सख्त पहरा रहा। इसके बावजूद सड़कों पर वाहनों की आवाजाही नजर आई। हालांकि, पुलिस ने इन्हें रोका भी लेकिन अधिकतर वाहन चालक वैक्सीन लगवाने व मेडिकल इमरजेंसी का हवाला देकर निकल गए। वहीं, संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर पुलिस ने चालान काटे और वाहन सीज किए गए।
वैक्सीन लगवाने जा रहे हैं…
लॉकडाउन की पालना करवाने के लिए शहर के विभिन्न चौराहों व प्रमुख मार्गों पर पुलिस जाब्ता तैनात है। लोगों की आवाजाही रोकने के लिए खाकी पूरा दम लगा रही है लेकिन सोमवार को सड़कों पर पहले की तरह वाहनों की आवाजाही देखने को मिली। हालांकि पुलिस ने लोगों को रोका तो उन्होंने वैक्सीन लगवाने व अस्पताल जाने की बात कही। इस पर जरूरी दस्तावेज देखने के बाद ही पुलिस ने इन लोगों को जाने दिया। वहीं, बेवजह घूम रहे लोग संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इस पर पुलिस ने उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई कर वाहन सीज किए गए। जानकारी के अनुसार दोपहर 2 बजे तक पुलिस ने 27 वाहनों के चालान काटे थे।
इन चौराहों पर पुलिस का सख्त पहरा
सुबह 11 बजे बाद शहर में आवाजाही रोकने के लिए कई जगह नाके बनाए गए हैं। विभिन्न चौराहों पर बैरिकेड्स लगाकर एक तरफा यातायात किया हुआ है। इनमें विज्ञान नगर चौराहा, केशवपुरा चौराहा, जवाहर नगर चौराहा, सीएडी सर्किल, कोटड़ी सर्किल, नयापुरा सर्किल, संजय नगर, ज्वाला तोप सहित अन्य जगहों पर पुलिस ने बैरिकेड्स लगाए हुए है। जहां जवान मुस्तैदी से खड़ी है।
सुबह 11 बजे तक दुकानों पर भीड़
लॉकडाउन के पहले दिन सुबह 6 से 11 बजे तक बाजारों में लोगों की भीड़ नजर आई। दुकानों पर न तो सामाजिक दूरी का पालन किया गया और न ही दुकानदारों ने दुकानों के बाहर सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले बनवाए। हालांकि लोग मास्क में जरूर लगा रखा था। लोग एक-दूसरे से सटकर खरीदारी कर रहे थे। इस दौरान खाद्य पदार्थ, दूध डेयरी मेडिकल सहित अन्य जरूरत की चीजों की दुकानों पर भीड़ नजर आई।