बिरला ने लगाई फटकारः मुआवजे में लापरवाही की हद, अधिकारियों की संवेदनहीनता उचित नहीं
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जिला प्रशासन के रवैया पर जताई कड़ी नाराजगी
TISMedia@Kota अतिवृष्टि प्रभावित लोगों को आपदा के इतने दिन बाद भी मुआवजा जारी किए जाने में अनावश्यक देरी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने शुक्रवार को गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण घटना के 15 दिन बाद भी अब तक प्रभावितों को मुआवजा नहीं मिला। जिला प्रशासन की यह संवेदनहीनता उचित नहीं है।
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अफसरों की लगाई फटकार
बूढ़ादीत क्षेत्र के दौरे पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला को जब पता चला कि प्रशासनिक अधिकारी मुआवजे को लेकर संवेदनशील नहीं है तो उन्हें यह सही नहीं लगा। उन्होंने मौके पर मौजूद अधिकारियों से कहा कि जब नुकसान आंखों के सामने नजर आ रहा है और मुआवजा देने में दिक्कत कहां है। मुआवजा जिला स्तर पर ही स्वीकृत हो जाना था, इसके लिए किस बात का इंतजार किया जा रहा है।
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मुआवजा रिपोर्ट के लिए पाबंद करें अफसर
उन्होंने कहा कि कोटा संभाग में नुकसान का पता चलते ही केंद्र सरकार ने हालात का जायजा लेने के लिए तुरन्त टीम भेज दी। राज्य सरकार के पास भी आपदा राहत कोष में पर्याप्त पैसा है। जिला प्रशासन की जिम्मेदारी सिर्फ मुआवजा स्वीकृत कर राहत राशि लोगों के खाते में हस्तांतरित करने करने की थी। उसमें भी अनावश्यक देरी की गई। जिसकी वजह से पीड़ित किसान, मजदूर, श्रमिक और अभावग्रस्त वर्ग के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सर्वे में जुटे कर्मचारियों को नियमों के अनुसार और जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट तैयार करने के लिए पाबंद करें।