घोर लापरवाही : राजस्थान में कोरोना वैक्सीन की 11.5 लाख डोज खराब
जयपुर. कोरोना संक्रमण से बचने को टीका लगवाने के लिए राजस्थान के कई जिलों में मारामारी मच रही है। लोगों को वैक्सीन के लिए एडीचोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। वहीं, प्रदेश के 29 जिलों में चिकित्सकों की लापरवाही से अब तक वैक्सीन की 11.5 लाख डोज खराब हो गई। केंद्र ने अधिकतम खराबे की सीमा 10 फीसदी मानी है। राजस्थान में सर्वाधिक वैक्सीन चूरू जिले में खराब हुई है। यहां 39.7 प्रतिशत वैक्सीन लापरवाही के कारण बर्बाद हो चुकी है। वहीं, हनुमानगढ़ में 24.60 प्रतिशत वैक्सीन का उपयोग ही नहीं किया गया। जबकि जयपुर प्रथम में खराबे का प्रतिशत 4.67 और द्वितीय में 1.31 प्रतिशत ही रहा है।
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इन 13 जिलों में 39.37 प्रतिशत खराब हो चुकी वैक्सीन
वैक्सीन उपयोग के लिहाज से रेड जोन में चूरू के साथ 13 जिले शामिल हैं। जहां 6.31 से 39.37 प्रतिशत तक वैक्सीन खराब हो गई है। इन जिलों में चूरू के अलावा हनुमानगढ़, भरतपुर, कोटा, चित्तौडगढ़़, जालोर, सीकर, अलवर, धौलपुर, अजमेर, दौसा, सवाईमाधोपुर और झालावाड़ शामिल हैं।
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इन 6 जिलों ने वैक्सीन का किया सही उपयोग
चिकित्सा विभाग के आंकड़ों के मुताबिक श्रीगंगानगर, उदयपुर, बांसवाड़ा, झुंझुनूं और जैसलमेर में खराबा नहीं हुआ, बल्कि उपयोग अधिक हुआ और वेस्टेज प्रतिशत माइनस में रहा। सबसे कम माइनस 10.24 प्रतिशत वेस्टेज जैसलमेर जिले में दिखाया गया है।
किस जिले में कितनी प्रतिशत खराब हुई वैक्सीन
जिला | प्रतिशत |
चूरू | 39.37 |
हनुमानगढ़ | 24.6 |
भरतपुर | 17.13 |
कोटा | 16.71 |
चित्तौडगढ़ | 11.81 |
जालोर | 9.63 |
सीकर | 8.83 |
अलवर | 8.32 |
धौलपुर | 7.89 |
अजमेर | 6.75 |
दौसा | 6.65 |
सवाईमाधोपुर | 6.43 |
झालावाड़ | 6.31 |
बूंदी | 5.81 |
बाड़मेर | 5.78 |
नागौर | 5.43 |
बीकानेर | 5.07 |
जयपुर प्रथम | 4.67 |
करौली | 4.59 |
टोंक | 4.36 |
डूंगरपुर | 3.41 |
बारां | 3.38 |
पाली | 2.92 |
जोधपुर | 2.75 |
राजसमंद | 2.07 |
भीलवाड़ा | 1.72 |
प्रतापगढ़ | 1.36 |
सिरोही | 1.33 |
जयपुर | 1.31 |
इन जिलों में खराब नहीं हुई वैक्सीन
श्रीगंगनगर, उदयपुर, बांसवाड़ा, झुंझुनूं, जैसलमेर में वैक्सीन का सही उपयोग किया गया। इसी वजह से यहां वैक्सीन खराब नहीं हुई।