सीज खदान में अवैध खननः 7 मजदूर दबे, 4 की लाशें निकालीं, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
भीलवाड़ा के आसींद थाना क्षेत्र में लापरवाही बनी मौत, ग्रामीणों की शिकायत पर भी नहीं थी कोई सुनवाई
- खनन विभाग ने 2 महीने पहले इस खदान को किया था सीज, मिट्टी ढ़हने से हुआ हादसा
- 7 घंटे से चल रहा है रेस्क्यू ऑपरेशन, 50 फीट नीचे दबे तीन मजदूरों को बचाने की हो रही कोशिश
TISMedia@Bhilwara भीलवाड़ा के आसींद थाना क्षेत्र स्थित लाछुड़ा गांव में बुधवार को एक खदान ढह गई। खनन विभाग इस खान को दो महीने पहले सीज कर चुका था। जिसमें अवैध खनन कर रहे 7 मजदूर मिट्टी की ढ़ाय के नीचे दब गए। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गया, लेकिन 50 फीट नीचे जेसीबी के जाने में दिक्कतें आने के कारण दबे हुए लोगों को बचाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अभी तक एक महिला सहित 4 मजदूरों के शव निकाल लिए गए हैं। जबकि बाकी बचे तीन लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चालू है।
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दो महीने से हो रहा था अवैध खनन
खान विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक लाछुड़ा गांव में नूर मोहम्मद के खेत में एक अवैध खदान संचालित हो रही थी। खदान से पत्थर निकाला जाता है। इसे संग्राम सिंह नाम का व्यक्ति संचालित कर रहा था। बुधवार दोपहर में खुदाई चल रही थी। खदान के आस-पास कोई सुरक्षा दीवार नहीं बनाई गई थी। जिसके चलते पास के खेत की मिट्टी खदान में ढह गई। जिसकी वजह से अवैध खनन कर रहे सात मजदूर मिट्टी के नीचे दब गए। घटना दोपहर को करीब एक बजे हुए। अवैध खान में दबने वालों की पहचान करेड़ा निवासी गणेश पुत्र नारू भील (21), हिंगला पुत्री कैलाश भाट (20), मीना भील (18) और केमरी निवासी कन्हैया पुत्र रामा भील (23), प्रहलाद पुत्र कैलाश भाट (18), धर्मा पुत्र तेज भाट (25) एवं मीना पुत्री हजारी भील (21) के तौर पर हुई है।
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4 शव बरामद
रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान अभी तक 4 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। जबकि तीन लोगों की तलाश अब भी जारी है। ग्रामीणों का आरोप है कि दो महीने से वह पुलिस प्रशासन को अवैध खनन की शिकायत दे रहे थे, लेकिन सभी इसे अनसुनी करते रहे। खान विभाग के अफसरों से भी शिकायत की तो एक दिन आकर जेसीबी मशीन सीज करके चले गए। यदि कोई सख्त कार्यवाही की गई होती तो इतना बड़ा हादसा नहीं होता। ग्रमीणों ने खान मालिक और संचालक के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने और मृतकों के परिजनों को दस-दस लाख रुपए देने की मांग की है।