Rajasthan BJP नेता-कार्यकर्ताओं पर हावी हुई गुटबाजी, गहलोत सरकार के खिलाफ प्रदर्शन में भी दिखी धड़ेबंदी
कांग्रेस सरकार के खिलाफ प्रदर्शन से वसुंधरा समर्थक नेता रहे दूर
TISMedia@Jaipur राजस्थान में दिनों दिन खराब होती कानून व्यवस्था और महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ गहलोत सरकार को घेरने के लिए सड़कों पर उतरी भारतीय जनता पार्टी खुद कई धड़ों में नजर आई। सबसे अहम बात यह रही कि वसुंधरा राजे और उनके समर्थक विधायक और नेताओं ने तो इस प्रदर्शन से ही पल्ला झाड़ लिया। इसके अलावा जो भाजपाई प्रदर्शन में शामिल हुए थे वह नेता अपने-अपने कार्यकर्ताओं-समर्थकों के साथ अलग-अलग गुट में नजर आए। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार के खिलाफ भाजपा का ये प्रदर्शन शनिवार को जयपुर में शहीद स्मारक से शुरू होकर सिविल लााईन्स फाटक पर आकर खत्म हुआ।
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष डॉ. सतीश पूनिया के नेतृत्व में शहीद स्मारक पर ये प्रदर्शन शुरू हुआ, जहां से सैंकड़ों भाजपा नेता और कार्यकर्ता रैली निकालते हुए सिविल लाईन्स फाटक तक पहुंचे। गर्वमेंट हॉस्टल चौराहा, सरदार पटेल मार्ग, चौंमू हाउस सर्किल, राजमहल चौराहे होते हुए सिविल लाईन्स फाटक तक पहुंची इस रैली में पूनिया संग नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी, सांसद रामचरण बोहरा, अजमेर सांसद भागीरथ चौधरी, करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजोरिया समेत पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। यहां पहुंचने के बाद कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प भी हुई, लेकिन आधे घंटे तक चले इस प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी दी। पूनिया समेत तमाम नेताओं को पुलिस ने 4 बसों में बैठाकर विद्याधर नगर थाने ले गए और वहां से छोड़ दिया।
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वसुंधरा समर्थक विधायकों ने बनाई दूरी
इस प्रदर्शन में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के खेमे के माने जाने वाले कई नेताओं ने खुद को दूर रखा। इसमें कई मौजूद और पूर्व विधायक व पदाधिकारी थे। जयपुर नगर निगम ग्रेटर की महापौर डॉ. सौम्या गुर्जर, सांगानेर विधायक अशोक लाहोटी, मालवीय नगर विधायक कालीचरण सराफ, विद्याधर नगर विधायक नरपत सिंह राजवी, पूर्व विधायक राजपाल सिंह शेखावत, मोहनलाल गुप्ता, कैलाश वर्मा, लक्ष्मी नारायण बैरवा, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी समेत कई नेता इस प्रदर्शन में शामिल नहीं हुए।
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पहली बेरिकेट्स की सिक्योरिटी को तोड़ा
सिविल लाइन्स फाटक से करीब 100 मीटर दूरी पर पुलिस ने 2 लेयर सिक्योरिटी कर रखी थी। लेकिन कार्यकर्ताओं की भीड़ और भगदड़ के चलते पुलिस के जवान पहली लेयर की सिक्योरिटी से कार्यकर्ताओं को रोकने में फेल हो गए। यहां कार्यकर्ताओं ने बेरिकेट्स को हटाकर आगे बढ़ गए। इसके बाद फाटक से 20 मीटर दूर दूसरे लेयर की बेरिटकेटिंग पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच मामूली झड़प हो गई। लेकिन अबकी बार पुलिस ने कार्यकर्ताओं को यहां से आगे नहीं बढ़ने दिया। यहां करीब आधा घंटे तक कार्यकर्ता और पदाधिकारी नारेबाजी करते रहे, जिसके बाद पुलिस ने करीब 200 नेताओं और कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
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अलग-अलग गुट में नजर आए नेता
रैली शुरू होने से पहले ही शहीद स्मारक पर नेता अलग-अलग गुट में अपने-अपने कार्यकर्ताओं और प्रशंसकों के साथ नजर आए। कार्यक्रम के तय समय से करीब 1 घंटे की देरी से पहुंचे प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष के पहुंचने के बाद रैली शुरू हुई। रैली में कई नेता शहीद स्मारक से न जुड़कर बीच रास्ते में शामिल हुए। जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ भी भाजपा मुख्यालय के बाहर ही रैली में अपने कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए और प्रदेशाध्यक्ष समेत दूसरे नेताओं आगे चलते दिखाई दिए।
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गर्मी-उमस से हांफे नेता, बिगड़ी तबियत
प्रदर्शन के दौरान तेज गर्मी और उमस से कई नेताओं के पसीने छूट गए। गर्मी से बेहाल हुए नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया को प्रदर्शन स्थल पर ही पुलिस और कार्यकर्ताओं ने संभाला और उनकी शर्ट को उतारकर उनको हवा की। इसके बाद राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी ने उन्हें पानी पिलाया, तब जाकर कटारिया को थोड़ी राहत मिली।