अब किसान आंदोलन में आग फूकेंगी लखीमपुर की “अस्थियां” किसान नेता हर जिले में घुमाएंगे अस्थि कलश

अंतिम अरदाश में बांटे किसान नेताओं ने बांटे अस्थि कलश, 24 अक्टूबर को होंगे विसर्जित

TISMedia@Lakhimpur Kheri दम तोड़ने लगे किसान आंदोलन में लखीमपुर कांड ने जान फूंक दी है। किसान नेता इस मौके को किसी भी सूरत में चूकना नहीं चाहते। इसलिए अब लखीमपुर की अस्थियों को किसान आंदोलन में आग फूंकने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। किसान नेता भाजपा सरकार के खिलाफ माहौल बनाने के लिए लखीमपुर में मारे गए किसानों की अस्थियों को अब यूपी के हर जिले में घुमाएंगे। इसके लिए बकायदा अस्थियों को कलशों में भरकर हर जिले में पहुंचाया जा रहा है। सभी जिलों में 24 अक्टूबर को इन अस्थि कलशों का विसर्जन किया जाएगा।

केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ महीनों से चल रहे किसान आंदोलन का केंद्र अब दिल्ली बॉर्डर से लखीमपुर पहुंच चुका है। किसान नेता तकरीबन दम तोड़ चुके इस आंदोलन में आग फूंकने का कोई भी मौका नहीं गवाना चाहते। आलम यह है कि अब लखीमपुर कांड में मारे गए किसानों की अस्थियों को आंदोलन में जान फूंकने का नया जरिया बनाया गया है। किसान नेताओं ने चारों किसानों की अस्थियों को कलशों में भरकर यूपी के हर जिले में घुमाने का फैसला किया है, ताकि भाजपा सरकार के खिलाफ जनआंदोलन खड़ा किया जा सके।

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यह बता रहे वजह  
मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा को गिरफ्तार करने के तरीके पर सवाल उठा रहे किसानों का कहना है कि ये “रेड कार्पेट” गिरफ्तारी है और गुलदस्ते पर आधारित रिमांड है। किसान नेताओं का दावा है कि मारे गए किसानों के परिवार मान रहे है कि ऐसे में न्याय मिल सकेगा इसको लेकर संदेह है। किसानो ने अब इंसाफ के लिए सभी जिलों में अस्थि कलश विसर्जन का फैसला किया है। इसके लिए मंगलवार को अंतिम अरदास में आए यूपी के सभी जिलों के किसानों को अस्थि कलश दिए जा रहे हैं। ये सभी लोग अपने जिलों में कलश ले जाकर उसे 24 अक्टूबर को विसर्जित करेंगे। इस कोशिश के जरिये किसानों के इंसाफ की लड़ाई को यूपी के कोने-कोने ले जाने का इरादा किसान संगठनों का है।

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गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे की मांग 
लखीमपुर कांड में किसान न्याय की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा सहित 4 लोगो को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन मृतक के परिवारीजन, किसान संगठन और विपक्षी नेता केंद्रीय मंत्री के इस्तीफे की माँग कर रहे हैं। इसके पीछे तर्क ये है कि गृह जैसे महकमे के जूनियर मंन्त्री रहते हुए वो जांच को प्रभावित कर सकते हैं।

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आशीष मिश्रा की हुई रेड कार्पेट गिरफ्तारी- राकेश टिकैत
राकेश टिकैत मंगलवार को लखीमपुर खीरी में अंतिम अरदास कार्यक्रम में पहुंचे। यहां उन्होंने आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “ये जो गिरफ्तारी हुई है वो रेड कार्पेट गिरफ्तारी है. आशीष की गुलदस्ते पर आधारित रिमांड है। किसी पुलिस अधिकारी में हिम्मत नहीं है कि वो गृहराज्यमंत्री के बेटे से पूछताछ कर सके।” इसके साथ ही उन्होंने गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे की मांग की। उन्होंने कहा कि अजय मिश्रा को इस्तीफा देना चाहिए. वह जांच को प्रभावित कर सकते हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी लखीमपुर खीरी में अंतिम अरदास में शामिल होने पहुंची थी। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी लखीमपुर पहुंचे।

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