सीएम योगी का विपक्ष पर जोरदार हमला: लोकसभा में तो ईवीएम को रोए, अब बैलेट पेपर से भी नहीं बचा सके अपनी इज्जत
विधानसभा चुनावों में 300 से ज्यादा सीटें जीतने का किया दावा, बोले- मिशन-300 पूरा कर देंगे मुंह तोड़ जवाब
- किसान आंदोलनकारियों पर भी सीएम योगी ने जमकर साधा निशाना
- बोलेः शामली, सहारनपुर, बिजनौर, बुलंदशहर और संभल भी नहीं बचा सके आंदोलनजीवी
TISMedia@Lucknow जिला पंचायत चुनावों में मिली रिकॉर्ड सफलता के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने विपक्ष पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि साल 2019 में तो समूचा विपक्ष ईवीएम (EVM) में धांधलेबाजी का रोना रोता रहा, लेकिन इस बार तो उनके चहेते बैलेट पेपर से चुनाव कराए गए थे, तब भी अपनी इज्जत नहीं बचा सके।
शनिवार देर रात तक जिला पंचायत अध्यक्ष चुनावों के नतीजे आने के बाद भाजपा हमलावर मोड़ में आ गई है। मोर्चा खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाला है। रविवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2019 में हुए लोकसभा चुनावों मिली करारी हार के लिए पूरे विपक्ष ने एक झटके में ईवीएम को कटघरे में खड़ा कर दिया था। हार के कारणों को ईवीएम में बीजेपी की सेटिंग करार देने की कोशिश की गई थी। लेकिन, इस बार तो निर्वाचन आयोग ने जिला पंचायत चुनाव में ईवीएम की जगह बैलेट पेपर का इस्तेमाल किया था। बावजूद इसके समूचे विपक्ष का जनता से सफाया कर दिया। इसलिए अब विपक्ष को अपनी हार मान लेनी चाहिए और जनता का भरोसा जीतने के प्रयास करने चाहिए।
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विधानसभा में जीतेंगे 300 सीटें
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हुंकार भरते हुए कहा कि भाजपा का मिशन 300 अभी बाकी है। जिला पंचायत चुनावों में मिले जनता के भरोसे पर हर हाल में खरा उतरेंगे और साल 2022 के विधानसभा चुनावों में 300 से ज्यादा सीटें जीत कर दिखाएंगे। योगी ने कहा कि इसमें किसी को कोई शक नहीं होना चाहिए कि भाजपा ही उत्तर प्रदेश में अलगी सरकार बनाएगी। क्योंकि क्षेत्र पंचायत के ज्यादातर सदस्य भी भाजपा के कार्यकर्ता ही जीते हैं। भाजपा और भाजपा समर्थक कार्यकर्ताओं की संख्या 3050 में से 1500 से ज्यादा थी।
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विपक्ष अब कौन सी मुहिम चलाएगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि साल 2019 में एक मुहिम चलाई गई थी कि ईवीएम की वजह से विपक्ष की हार हुई, लेकिन अब तो बैलेट पेपर का इस्तेमाल होने के बाद भी समूचा विपक्ष बुरी तरह धराशायी हो गया। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने इटावा एवं बलिया जैसी जगहों और राष्ट्रीय लोकदल ने बागपत जैसे जिलों में जीत हासिल की है। उन्होंने कहा कि यह निष्पक्षता का एक मानक है। इसके बाद भी अगर कोई विपक्ष के जीतने पर व्यवस्था को समर्थन देता है और कहता है कि बीजेपी जीत गई तो प्रशासन का दुरुपयोग है, उसे कम से कम अब तो आंखें खोल लेनी चाहिए और बेजा मुहिम चलाने की बजाय जनता का मन और भरोसा जीतने की कोशिश करनी चाहिए।
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अखिलेश यादव पर भी कसा तंज
योगी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर भी तंज कसा कि उनकी आदत तो बिल्कुल वैसी है जैसे “कड़वा-कड़वा थू और मीठा-मीठा गप”, लेकिन अब यह नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि समाजवादी पार्टी भ्रमित है और इसी कारण यह लोग लगातार भ्रम ही पैदा कर रहे हैं। योगी आदित्यनाथ ने हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी के बारे में कहा कि वह हमारे देश के एक बड़े नेता हैं, यदि उन्होंने 2002 के विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा को चुनौती दी है तो वह भी सुन लें कि हमारे कर्मठ कार्यकर्ता ने उनकी यह चुनौती स्वीकार कर ली है।