उत्तर प्रदेशः पत्रकारों की पिटाई भाजपा की साजिश…!
मुरादाबाद के पत्रकार ने अखिलेश यादव के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर
- जवाब में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पत्रकारों के खिलाफ दी रिपोर्ट
- अखिलेश यादव ने टवीट कर बताया इसे भाजपा की साजिश, बोले लगवाएंगे होर्डिंग
लखनऊ. समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ मुरादाबाद पुलिस ने पत्रकारों के साथ मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पत्रकारों की ओर से सपा मुखिया के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होते ही समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी कई पत्रकारों के खिलाफ एफआईआर लिखवाई है। मामले के तूल पकड़ने के बाद सपा मुखिया ने ट्वीट कर सफाई दी कि पत्रकारों की पिटाई भाजपा की साजिश है।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के ख़िलाफ मुरादाबाद में एफआईआर दर्ज हो गई है। पत्रकार अवधेश पारासर की ओर से दर्ज कराई कई इस रिपोर्ट में अखिलेश यादव समेत 20 लोगों को पत्रकारों के साथ मारपीट का आरोपी बनाया गया है। मुरादाबाद पुलिस ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ मुरादाबाद पुलिस ने धारा 147, 342 और 323 के तहत एफआईआर दर्ज कर ली है।
पत्रकारों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज
पत्रकार अवधेश पारासर ने अखिलेश यादव और उनके सुरक्षा कर्मियों के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के 20 से अधिक कार्यकर्ताओं पर पत्रकार वार्ता के दौरान मारपीट करने का आरोप लगाय है। पारासर ने अपनी शिकायत में लिखा है कि पत्रकार वार्ता के दौरान जब अखिलेश यादव से भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे आजम खान और पारिवारिक फूट को खत्म करने संबंधी सवाल किए गए तो वह भड़क गए। इसके बाद उनके सुरक्षाकर्मी और पार्टी कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों पर हमला कर दिया। इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने भी पत्रकारों पर मारपीट और अभद्र भाषा का प्रयोग करने जैसे तमाम आरोप लगाते हुए क्रास रिपोर्ट दर्ज करा दी है।
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अखिलेश ने बताया भाजपा का हाथ
रिपोर्ट दर्ज होने के बाद समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने पूरी घटना के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ बताया है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “उप्र की भाजपा सरकार ने मेरे ख़िलाफ़ जो एफआईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित कर रहे हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे। ये एफआईआर हारती हुई भाजपा की हताशा का प्रतीक है।”
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पुलिस जुटी जांच में, सपा-भाजपा आमने सामने
पत्रकारों और समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच हुए हाई प्रोफाइल बवाल के बाद मुरादाबाद पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है। मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस होटल के सीसीटीवी फुटेज के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो देख रहे हैं। ताकि घटना की हकीकत पता चल सके। इसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से रिपोर्ट दर्ज कर ली गई वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी इस मामले में खुलकर एक दूसरे के सामने आ गए हैं। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. चंद्र मोहन ने घटना के वायरल वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि सपा का तो चरित्र ही गुंडागर्दी का है। वहीं प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है। अखिलेश को फंसाने के लिए उनके ख़िलाफ़ झूठी एफआईआर दर्ज कराई गई है।
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यह था पूरा मामला
सपा कार्यकर्ताओं को बूस्टअप करने के लिए अखिलेश यादव 11 मार्च को मुरादाबाद पहुंचे थे। दिल्ली रोड स्थित होटल में प्रेस कांफ्रेस खत्म होने के बाद जब अखिलेश यादव जाने लगे तो एक चैनल के पत्रकार ने उन्हें रोककर सीधे बात करनी चाही तो अखिलेश के सुरक्षाकर्मियों ने पत्रकार को धक्का दे दिया। इसी को लेकर पत्रकार और सुरक्षाकर्मियों के बीच बहस हो गई। पत्रकारों का आरोप है कि विवाद बढ़ने पर सुरक्षा में तैनात लोगों ने मारपीट कर दी। सोशल मीडिया पर घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं। जिसमें मौके पर मौजूद अखिलेश यादव कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि ‘हां मारा है’। वह पत्रकारों को भाजपा का एजेंट बताते हुए पूरी घटना को भाजपा की साजिश बता रहे हैं।