Lakhimpur Kheri Violence: काम आया पुलिस का दवाब, सहआरोपी अंकित दास ने SIT के सामने किया सरेंडर
कांग्रेस ने राष्ट्रपति से की केंद्रीय गृहराज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
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TISMedia@Lucknow लखीमपुर किसान हत्या कांड के सहआरोपी अंकित दास ने बुधवार को एसआईटी के सामने सरेंडर कर दिया। अंकित अपने गनर लतीफ और वकीलों के साथ सरेंडर करने पहुंचा। उसने मंगलवार को ही उन्होंने सरेंडर करने की अर्जी दी थी। यूपी पुलिस उसकी तलाश में कई दिन से छापेमारी कर रही थी, लेकिन वह पुलिस के हाथ नहीं लगा।
लखीमपुर के तिकुनिया की इस घटना में तीन वाहनों का इस्तेमाल किया गया था और इसमें एक थार, दूसरी फॉर्च्यूनर और तीसरी स्कॉर्पियो शामिल हैं। जब थार ने चार किसानों को कुचल दिया तो गुस्साई भीड़ ने थार और फॉर्च्यूनर को आग लगा दी थी। यह फॉर्च्यूनर गाड़ी अंकित की ही थी। जबकि, स्कॉर्पियो चालक मौके से फरार हो गया था। गाड़ी में बैठे लोगों के बयानों के आधार पर पुलिस ने अंकित दास को लखीमपुर घटना में सहआरोपी बनाया था।
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काम आया पुलिस का दवाब
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में पुलिस अंकित दास को ढूंढने के लिए रविवार को लखनऊ के पुराना किला मोहल्ले में उसके घर पर भी पहुंची थी, लेकिन पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा। यूपी पुलिस ने अंकित दास की तलाश में कई जगह छापेमारी भी की, लेकिन उसे हर जगह से खाली हाथ ही लौटना पड़ा था। हालांकि यूपी पुलिस अंकित दास पर दवाब बनाने में कामियाब हुई और कोर्ट में सरेंडर करने की उसकी योजना फेल कर दी। अंकित सरेंडर करने के लिए वकीलों के साथ पहुंचा था। जिसके बाद बुधवार को
उसने एसआईटी के सामने सरेंडर कर दिया।
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कौन है अंकित दास?
अंकित दास, कांग्रेस के पूर्व सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास का भतीजा है। अखिलेश दास का शुमार यूपी में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होता था। हालांकि बाद में वह बसपा में शामिल हो गए थे। अखिलेश दास मनमोहन सिंह सरकार में इस्पात राज्यमंत्री भी रहे हैं और उसके बाद उन्होंने बसपा का दामन थाम लिया था। उनका अप्रैल 2017 में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था।
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गृहराज्य मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
लखीमपुर में हुई हिंसा मामले पर कांग्रेस का एक प्रतिनिधि मंडल बुधवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला। प्रतिनिधिमंडल में पांच सदस्य राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे और एके एंटोनी मौजूद रहे। कांग्रेस ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंप कर गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा को बर्खास्त करने की मांग की है। जबकि दूसरी ओर यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक तिकोनिया कांड में मृतक हरिओम मिश्रा और शुभम मिश्रा के परिजनों से मुलाकात करने लखीमपुर खीरी पहुंच गए हैं।