खाकी और खनन माफिया गठजोड़ का खुलासा: थानाधिकारी सहित आधा दर्जन पुलिसकर्मी लाइन हाजिर

कोटा. अवैध खनन व बजरी खनन पर सुप्रीम कोर्ट के रोक के आदेश की पालना में राज्य सरकार पूरी तरह सख्त है। सरकार ने पुलिस प्रशासन को बजरी माफियों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। लेकिन, पुलिस खुद ही बजरी माफिया बनकर काम कर रही है। हालात यह है कि पुलिस बजरी माफियाओं के साथ मिल अवैध वसूली कर रही है। पुलिसकर्मी पैसे लेकर बजरी से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को रास्ता दिखा रहे हैं। कोटा जिले में थानाधिकारी समेत पुलिसकर्मियों ने बजरी से भरे वाहनों से अवैध वसूली शुरू कर दी है।
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बजरी से भरे एक डम्पर पर आठ हजार रुपए तक वसूल कर रहे थे। रुपए मिलने के बाद ही वाहन आगे जाने दिया जाता था। काली कमाई का यह खेल रात के अंधेर और दिन के उजाले में धड़ल्ले से किया जा रहा था। अवैध वसूली का यह मामला कोटा जिले के खातौली थाना क्षेत्र का है। जहां थानाधिकारी ने ही अवैध वसूली का खेल शुरू कर दिया था।
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बजरी माफिया से अवैध वसूली की शिकायत कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी तक पहुंची तो उन्होंने मामले में संज्ञान लेकर खातौली थानाधिकारी छाजू सिंह समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया है। साथ ही विभागीय जांच भी शुरू कर दी है। जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन को सौंपी है। ग्रामीण एसपी चौधरी ने बताया कि खातौली थाना क्षेत्र में बजरी के ट्रैक्टर, डम्पर को निकालने के लिए पुलिस द्वारा अवैध वसूली की शिकायतें मिली थी। इसकी गोपनीय जांच भी करवाई गई, इसमें भी अवैध वसूली की बात सामने आई। इसके बाद खातौली थानाधिकारी छाजूसिंह, हैड कांस्टेबल बाबूलाल, कांस्टेबल हेमराज व कैथूदा पुलिस चौकी के प्रभारी चम्पालाल व अन्य पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।
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