राजस्थानः छबड़ा में सांप्रदायिक हिंसा, लूट-आगजनी के बाद कस्बे में लगा कर्फ्यू
उपद्रवियों ने दुकानों और वाहनों में लगाई आग, जमकर हुई बाजार में लूटपाट
छबड़ा के धरनावदा चौराहे पर शनिवार को अहमदपुरा निवासी कमल सिंह फल खरीद रहे थे। वहां पहले से मौजूद तीन युवकों फरीद, आबिद और समीर से किसी बात को लेकर उनकी कहासुनी हो गई। इसके बाद तीनों युवकों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया। कमल पर हमला होते देख उन्हें बचाने के लिए पास के दुकानदार राकेश नागर दौड़ कर आए तो युवकों ने उन्हें भी घेर लिया और उन पर भी चाकुओं से हमला बोल दिया। चाकूबाजी की वारदात को अंजाम देने के बाद तीनों युवक मौके से भाग निकले। बाजार में मौजूद लोगों ने कमल और राकेश को अस्पताल में भर्ती करवाया।
यह भी पढ़ेंः COVID-19: कोरोना वायरस पर नहीं हो रहा वैक्सीन का असर, बड़ी मुसीबत में फंसी पूरी दुनिया
हमलावरों की गिरफ्तार से भड़के लोग
दुकानदार और ग्राहक पर हमले की खबर लगते ही पूरा बाजार बंद हो गया। आक्रोशित लोगों ने थाने पहुंचकर आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। इसके बाद पुलिस ने फरीद, आबिद, समीर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन तीनों युवकों की गिरफ्तारी होते ही दूसरा पक्ष भड़क गया और थाने के बाहर ही प्रदर्शन करने लगा। पुलिस ने शनिवार को जैसे-तैसे दोनों पक्षों के लोगों को समझाबुझा कर वापस भेजा।
यह भी पढ़ेंः अराजकताः बरेली में एक लाख मुसलमानों ने किया प्रदर्शन, उड़ी कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां
रविवार को फिर भिड़े दोनों गुट
रविवार को सुबह से ही दुकानदार धरनावदा चौराहे पर जुटने लग गए। शनिवार जैसी घटनाएं दोबारा न हों इसके लिए पुलिस और कस्बे से समझदार लोगों से पहल करने की मांग कर रहे थे, लेकिन इसी बीच दूसरे पक्ष के लोग भी वहां पहुंच गए। घटना की जिम्मेदारी और गलती का मसला आने पर दोनों समुदाय के लोग फिर आमने-सामने आ गए। देखते ही देखते तल्खी बढ़ने लगी और दोनों पक्ष एक दूसरे पर पत्थरबाजी करने लगे। जिसके बाद धरनावदा चौराहे पर भगदड़ मच गई।
यह भी पढ़ेंः कोटा की सभी सीमाएं सील, चेकपोस्टों पर शिक्षकों को किया तैनात
भीड़ ने की लूटपाट-आगजनी
धरनावदा चौराहे के हालात देखते ही देखते इस कदर खराब हो गए कि बेकाबू भीड़ लोगों से मारपीट और आगजनी पर उतर आई। बेकाबू भीड़ ने एक के बाद छह दुकानों में आग लगा दी। एक मोबाइल स्टोर सहित कई दुकानों का सामान लूट लिया। दुकानों के बाहर खड़े वाहनों में भी आग लगा दी गई। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो पुलिस कर्मियों पर भी पत्थरबाजी कर डाली।
यह भी पढ़ेंः कोरोना : 4919 लोगों पर भारी पड़ी लापरवाही, पुलिस ने काटा 6.38 लाख के चालान
दमकल में भी की तोड़फोड़
भीड़ इस कदर बेकाबू और हिंसक हो चुकी थी कि दुकानों में लगी आग को बुझाने के लिए पहुंची दमकल में भी तोड़फोड़ कर। छबड़ा कस्बे में कई घंटों तक अराजकता की ऐसी स्थिति बन गई कि पुलिस भी सकते में आ गई और काफी देर तक मूकदर्शक बनी रही। घटना की जानकारी मिलते ही आईजी रविदत्त गौड़ ने कई थानों की फोर्स और आरएसी मौके पर भेजी। तब जाकर हालात काबू में आए। इसके बाद पुलिस ने उपद्रव कर रहे लोगों पर जमकर लाठियां भांजी। तब कहीं जाकर स्थिति नियंत्रण में आई।
यह भी पढ़ेंः कोरोना का कहर, 10 लाख के पार पहुंचे एक्टिव केस
छबड़ा में लगा कर्फ्यू
जिला कलक्टर बारां राजेंद्र विजय ने हालात की गंभीरता को देखते हुए शाम चार बजे छबड़ा और अटरू कस्बे में कफ्यू लगाने के आदेश जारी कर दिए। उपखंड अधिकारी छबड़ा की पूर्व अनुमति के बिना हर किसी की आवाजाही पूरी तरह प्रतिबंधित कर दी है। वहीं डीआईजी रवि दत्त गौड़ खुद छबड़ा पहुंच गए हैं।