जिसे भगवान माना उसी ने लूट ली अस्मत, पीडि़ताओं ने तपस्वी बाबा के खिलाफ दी शिकायत
प्रसाद के रूप में खिलाते भांग की गोली, बेहोश होने के बाद बाबा करता था दुष्कर्म
जयपुर. राजस्थान में कथित तपस्वी बाबा योगेंद्र मेहता द्वारा खुद को भगवान बताकर आश्रम में आने वाली महिलाओं के साथ बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। कथित बाबा के खिलाफ 4 महिलाओं ने जयपुर के भांकरोटा थाने में दुष्कर्म की शिकायत दी है। पीडि़ताओं ने बाबा की सेविका पर भी सहयोग करने का आरोप लगाया है।
Read More : कोटा में लागू हुआ ऑड-ईवन फॉर्मूला, पहले दिन 36 ऑटो जब्त और 125 चालकों का कटा चालान
भांकरोटा थानाधिकारी मुकेश चौधरी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए मामले की जांच शुरू कर दिया है। पीडि़त महिला ने बताया कि उसका विवाह 1998 में जयपुर के बिंदायका इंडस्ट्रियल एरिया में हुआ था। उनका परिवार बाबा में आस्था रखता है। मुकुंदपुरा में स्थित तपस्वी बाबा के आश्रम में उनके परिवार के सदस्य 25 साल से आते-जाते हैं। मुकुंदपुरा के अलावा बाबा योगेंद्र मेहता का आश्रम रातल्या सीकर रोड और दिल्ली रोड पर है।
आश्रम में करती थी सेवा
पीडि़ता का कहना है कि योगेंद्र मेहता खुद को तपस्वी बाबा बताता है। उसके पति भी आश्रम में जाते थे। बाबा ने उनसे परिवार को आश्रम में लेकर आने को कहा। इसके बाद वह भी पति के साथ आश्रम में जाने लग गई। बीच-बीच में 4 दिन रुक कर आश्रम में सेवा करती थी। कुछ समय तो आश्रम में सब ठीक था लेकिन बाद में गलत होने लगा।
Read More : पिता की मौत का सदमा बर्दाश्त नहीं कर सकी बेटी, जलती चिता में कूदी, 70 % झुलसी
मैं भगवान हूं, सब कुछ समपर्ण कर दो
पीडि़त महिला ने बताया कि कथित बाबा महिलाओं को आश्रम में बुलाकर कहते कि ‘मैं ही भगवान हूं, तुम मेरी सेवा करो, सब कुछ गुरु को समर्पण कर दो। आश्रम में रोजाना रात को करीब 10 महिलाएं रुकती थीं। विवाहिता का आरोप है कि उसे एक दिन रात को बाबा ने छत के ऊपर बने कमरे में बुलाया। जहां प्रसाद के रूप में उसे भांग की गोली दी और कहा कि यह प्रसाद है, इसे खा लो और समर्पण भाव से भगवान का ध्यान करो। गोली खाते ही नशा होने लगा तब बाबा ने दुष्कर्म किया। छह महीने के बाद आश्रम में गई तो बाबा ने फिर से दुष्कर्म किया।
Read More : शादी के 9 दिन बाद कोरोना संदिग्ध दूल्हे की मौत, साथ में ब्याहा भाई की हालत नाजुक
विवाहिता की भाभी-जेठानी से भी किया दुष्कर्म
विवाहिता ने बताया कि इतना सब कुछ होने के बावजूद वह चुप रही लेकिन जब पति 20 वर्षीय बेटी को आश्रम ले जाने लगे तो मैंने मना कर दिया। पति ने कारण पूछा तो तपस्वी बाबा की करतूत बताई। परिवार सदमे में था। क्योंकि, जिसे कुलदेवता मान रहे थे वो ढोंगी दुष्कर्मी था। परिवार में बात करने पर पता चला कि उसकी भाभी व जेठानी से भी बाबा ने डरा-धमका कर दुष्कर्म किया। मामले का खुलासा होने के बाद पति व उनके भाई ने बाबा से इस बारे में बात की तो बाबा ने उन्हें बर्बाद करने की धमकी दी।