Edtech इंडस्ट्री की सबसे बड़ी DEAL, एक अरब डॉलर में खरीदा आकाश इंस्टीट्यूट!

कोटा. Byju’s acquires Aakash Institute: भारत में शिक्षा क्षेत्र की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी बायजू ने आकाश एजुकेशन सर्विसेज का अधिग्रहण एक अरब अमेरीकी डॉलर (लगभग 7300 करोड़ रुपए) में कर लिया है। सोमवार को बायजू ने आकाश एजुकेशन सर्विसेज लिमिटेड के अधिग्रहण की पुष्टि की। जानकारी के अनुसार यह बायजू का सबसे बड़ा सौदा है, इसे दुनिया में शिक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र का सबसे बड़ा सौदा भी माना जा रहा है। आपको बता दें कि पिछले सप्ताह में यह सौदा नकदी और स्टॉक के रूप में तय किया गया, एक अरब अमेरीकी डॉलर (करीब 7300 करोड़ रुपए) के इस सौदे में आकाश के संस्थापक और ब्लैकस्टोन समूह, बायूज के में कुछ हिस्सेदारी मिलजाएगी। 13 अरब अमेरीकी डॉलर की अनुमानित मूल्य वाला बायूज वर्तमान में देश का सबसे मूल्यवान शिक्षा-प्रौद्योगिकी स्टार्टअप है।

सबसे बड़ा एकीकरण
एईएसएल के प्रबंध निदेशक आकाश चौधरी ने पुष्टी करते हुए कहा कि, ‘‘यह सौदा करीब 60-65 प्रतिशत नकद में और शेष इक्विटी में है… सौदे की कुल राशि करीब एक अरब डॉलर है।’’
करीब 6-7 महीने पहले ही एईएसएल और बायजू ने इस सौदे के लिए बातचीत करना शुरु कर दिया था।
चौधरी ने बताया, ‘‘यह भारत में शिक्षा के क्षेत्र में और विशेष रूप से स्टार्टअप क्षेत्र में सबसे बड़ा एकीकरण है. कोविड-19 ने ऑनलाइन शिक्षा के लिए रास्ते तैयार कर दिए हैं और हमारा मानना है कि इसमें परीक्षा की तैयारी के साथ ही उच्च शिक्षा भी शामिल है।’’
उन्होने साथ ही बताया कि एकीकरण के बाद आकाश को देश में परीक्षा तैयारी के क्षेत्र में और मजबूत बनाने के लिए बयजू आगे और निवेश भी करेगा।

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क्लासरूम सेंटर का और विस्तार करेंगे
आकाश एजुकेशन सर्विसेज इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी कराने वाली एक कंपनी है। जानकारी के मुताबिक आकाश एजुकेशन सर्विसेज अधिग्रहण के बाद भी एक अलग यूनिट के रूप में काम करता रहेगा। फाउंडर जेसी चौधरी और आकाश चौधरी इसे लीड करेंगे। आकाश चोधरी नें बताया कि, ‘‘पार्टनरशिप के पीछे सबसे बड़ा उद्देश्य छात्र कहीं भी, कभी भी और किसी डीलीवरी चैनल के जरिए पढ़ सकें। बायजू के साथ हम बड़े पैमाने पर ऐसा कर सकेंगे। आकाश पहले की तरह ही चलता रहेगा। हम अपने क्लासरूम सेंटर का और विस्तार करेंगे। अब टीयर-2 और टीयर-3 शहरों में आकाश की उपस्थिति रहेगी।”इस समय देश के 130 शहरों में करीब 200 लर्निंग सेंटर आकाश के चल रहे हैं, जिसमें करीब डेढ़ लाख स्टूडेंट अध्ययन करते हैं। चौधरी के मुताबिक हर साल करीब 25 लाख छात्र-छात्राएं मेडिकल और आईआईटी की प्रवेश परीक्षाओं में बैठते हैं।’’

सीखने का भविष्य हाइब्रिड है-बायजू
बायजू के सीईओ बायजू रवींद्रन ने यह बयान दिया कि, “आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल), एक मार्केट लीडर और टेस्ट-प्रेप सर्विसेज में सबसे विश्वसनीय नाम है।” “हमारी पूरक ताकत हमें क्षमताओं का निर्माण करने, आकर्षक और व्यक्तिगत सीखने के कार्यक्रम बनाने में सक्षम करेगी। सीखने का भविष्य हाइब्रिड है और यह संघ ऑफ़लाइन और ऑनलाइन सीखने का सबसे अच्छा साथ लाएगा, क्योंकि हम छात्रों के लिए प्रभावी अनुभव बनाने के लिए अपनी विशेषज्ञता को जोड़ते हैं।”

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शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र का सबसे कीमती स्टार्टअप
बेंगलुरू की कंपनी बायजू देश की दूसरी सबसे वैल्यूबल स्टार्टअप है, इतना ही नहीं शिक्षा प्रौद्योगिकी क्षेत्र की यह सबसे कीमती स्टार्टअप भी है। पिछले वर्ष नवंबर 2020 के आखिरी दोर के बाद बायजू ने वीसी फंड्स, हेज फंड्स और एसेट मेनेजमेंट फर्मों के एक बड़े हिस्से से 1.25 बिलीयन डॉलर का फंड हासिल किया था। इस का नेतृत्व यूएस बेस्ड टी रोवे प्राइस और ब्लेकरॉक ने किया था। इतना ही नहीं इमें मैरी मीकर, यूरी मिल्नेर, चान- जुकरबर्ग इनशियेटिव, टेनसेंट, सेक्यूइया कैपिटल, टाइगर ग्लोबल और अन्य का भी निवेश है। माना जाता है कि अब तक बयजू 2 अरब डॉलर राशि जुटा चुका है।

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सूत्रों के मुताबिक बायजू आगे और विस्तार के लिए अतिरिक्त 60 – 70 करोड़ डॉलर जुटाने की तैयारी कर रहा है। यह भी बताया जा रहा है कि बायजू अपना आईपीओ भी लॉन्च कर सकता है।

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